IFS अधिकारी 10 महीने से लापता, पहले भी विभाग को गुम होने का विज्ञापन प्रकाशित कराना पड़ा

भोपाल।
मध्य प्रदेश के IFS अधिकारी एम. कालीदुर्रई तो पौने दो साल बाद ड्यूटी पर लौटे, परन्तु भिंड से तबादला कर भोपाल भेजे गए 1994 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के आइएफएस वीएस होतगी गायब हो गए। वन विभाग ने 10 महीने से ढूंढ रहा है। अगस्त 2021 में उन्‍हें भिंड से हटाकर वन मुख्यालय भोपाल में पदस्थ किया गया। इसके बाद से ही IFS होतगी का पता नहीं है। 

विभाग ने तीसरी बार नोटिस दे दिया है जवाब का इंतजार के बाद उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। होतगी इससे पहले ड्यूटी से दो बार में छह माह से दो साल तक गायब रह चुके हैं। बैतूल में पदस्थ रहते हुए तो ऐसी भी नौबत आई कि विभाग को उनके गुम होने का विज्ञापन प्रकाशित कराना पड़ा। होतगी वर्ष 2025 में सेवानिवृत्त होंगे, लेकिन नौकरी के अंतिम दौर में आकर भी उनकी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ है। 

भिंड का वनमंडल अधिकारी (डीएफओ) बनाए जाने से पहले होतगी स्टेट फारेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट जबलपुर  में पदस्थ थे। वहां भी 1110 दिन गायब रहे। वर्ष 2019 में ड्यूटी पर लौटे तो उनका भिंड तबादला कर दिया गया। वहां सरकारी अस्पताल में उनकी पत्नी भी पदस्थ हैं। करीब दो साल ठीक से चला और भोपाल तबादला होते ही वे गायब हो गए। ज्ञात हो कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से मारपीट की घटना के बाद होतगी को वन मुख्यालय से हटाकर जबलपुर भेजा गया था। होतगी खराब सर्विस रिकार्ड के कारण अब तक डीएफओ ही हैं, जबकि उनके बैच के अधिकारी अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक बनकर सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

होतगी भिंड में हैं या कहीं और, विभाग को पता नहीं है। दो नोटिस उनके निवास के पते भेजे जा चुके हैं, पर कोई जवाब नहीं मिला। अब विभागीय जांच के लिए प्रकरण शासन को भेजने की तैयारी है। उल्लेखनीय है कि सितंबर 2020 में मुख्य वनसंरक्षक एम.कालीदुर्रई गायब हो गए थे, वे फरवरी 2022 में लौटे हैं। उनके खिलाफ विभागीय जांच और उद्यानिकी संचालक रहते हुए अनुदान घोटाले में कार्रवाई चल रही है।

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