GWALIOR NEWS- ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहली बड़ी शिकस्त, महाराज का मायाजाल टूटा

ग्वालियर
। नगर निगम से महापौर पद के लिए भाजपा प्रत्याशी की घोषणा कोई बड़ी बात नहीं है परंतु मीटिंग के बीच में ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुंबई से भोपाल इमरजेंसी लैंडिंग ने मामले को हाई वोल्टेज कर दिया था। महाराज के मायाजाल ने कुछ समय के लिए तो बाकी सब कुछ धुंधला कर दिया था परंतु बुधवार की शाम होते-होते महाराज की माया का जाल टूट गया। सुमन शर्मा को भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। 

ज्योतिरादित्य सिंधिया चर्चा का केंद्र बन गए थे 

मध्य प्रदेश के सभी नगर निगम में महापौर पद के प्रत्याशियों का चयन किया गया। इंदौर का ड्रामा भी कम हाई वोल्टेज नहीं था लेकिन एक बात कॉमन थी कि जो कुछ भी हो रहा था संगठन के दायरे में हो रहा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया इस चुनाव में पहले दिन से ही चर्चा का केंद्र बन गए थे। कोर ग्रुप की बैठक से पहले ग्वालियर पहुंचे और हेडलाइंस में छा गए। 

सिंधिया की मुंबई से भोपाल इमरजेंसी लैंडिंग ने सबका ध्यान खींच लिया था

भोपाल में जब कोर ग्रुप की बैठक चल रही थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया मुंबई में बैठकर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक में शामिल थे। ग्वालियर की बात आई और उनकी मर्जी के मुताबिक माया सिंह के नाम पर सहमति नहीं बनी तो अचानक सिंधिया मुंबई से भोपाल आ गए। यह इतना फास्ट था कि भोपाल में कोर ग्रुप की बैठक खत्म होने से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया मुंबई से भोपाल पहुंच चुके थे। इस बात में सबका ध्यान खींच लिया। 

उन्होंने एक शब्द नहीं कहा लेकिन उनकी इस हवाई यात्रा ने 'सिंधिया अड़े, सबसे बड़े' जैसी हेडलाइंस बनाने का मौका दिया। एक-एक करके सारे विवाद खत्म होते चले गए, लेकिन ग्वालियर का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था। आधिकारिक रूप से बयान दिया गया था कि बुधवार सुबह तक नाम घोषित कर दिया जाएगा परंतु यह भी संभव नहीं हो पाया। इसके कारण ज्योतिरादित्य सिंधिया चर्चा का केंद्र बने रहे। 

अब जबकि उनकी तरफ से प्रस्तावित प्रत्याशी माया सिंह को टिकट नहीं मिला है तो इसे भारतीय जनता पार्टी में ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहली बड़ी शिकस्त माना जाएगा।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !