इंदौर। मध्यप्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। शिवराज सरकार से नाराज शोभा ओझा ने आरोप लगाए कि हाईकोर्ट के निर्देशों की अवहेलना की गई। राज्य सरकार आयोग में काम नहीं करने दे रही है। सवा दो साल से पद है, लेकिन अधिकार छीन लिए गए हैं। ऑफिस में ताले लगा दिए गए।
उन्होंने आंकड़े रखते हुए बताया कि करीब ढाई साल पहले जब वो महिला आयोग की अध्यक्ष बनी थी तब 10 हजार मामले पेंडिंग थे जिनमें वो युद्ध स्तर पर कमी लाना चाहती थी लेकिन इसी बीच दोबारा शिवराज सरकार आ गई और एक तरह से आयोग पर राजनीतिक व कानूनी पेचीदगियों के रूप में उलझाकर शिकंजा कसा गया जिसका परिणाम ये है कि आज आयोग के पास 17 हजार लंबित मामले है।
हालांकि, ओझा ने इस्तीफे का जो समय चुना है उसे लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पीसीसी में स्टार प्रचारकों की कमी है लिहाजा, कांग्रेस भी चाहती थी ओझा जल्द मैदानी स्तर पर कोई बड़ी जिम्मेदारी संभाले।