च्युइंग गम एक नरम, चिपकने वाला पदार्थ है जिसे बिना निगले चबाने के लिए डिज़ाइन किया गया है लेकिन अपना सवाल यह है कि च्यूइंगम बनाया ही क्यों गया। लोग इसे चबाना क्यों पसंद कर देंगे जबकि इसमें ना तो कोई खास स्वाद होता है और ना कुछ और, आइए पता लगाते हैं:-
च्यूइंगम के फायदे मेडिकल साइंस के अनुसार
च्यूइंगम को खाया नहीं जाता बल्कि चबाया जाता है। जुगाली की जाती है। मेडिकल साइंस के अनुसार च्यूइंगम की जुगाली करने से मनुष्य के शरीर में बहुत सारे सेंसस एक्टिव हो जाते हैं। इसके कारण मेमोरी ठीक से काम करने लगती है। प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है। च्यूइंगम खाते वक्त मनुष्य के टेस्ट और स्मैल रिसेप्टर्स एक्टिव हो जाते हैं। मेडिकल साइंस यह भी बताता है कि जिन लोगों को बात बात पर गुस्सा आता है, च्यूइंगम चबाने से उनका गुस्सा कंट्रोल हो जाता है।
च्यूइंगम का आविष्कार किसने किया
यह तो किसी को नहीं पता कि दुनिया में सबसे पहली च्यूइंगम किसने बनाई थी परंतु रिसर्च के दौरान भोपाल समाचार डॉट कॉम इस बात के प्रमाण मिले हैं कि फ़िनलैंड के किरिक्की में 5000 साल पहले च्यूइंगम खाई जाती थी। एक मृत व्यक्ति के दातों में च्यूइंगम का टुकड़ा फंसा हुआ मिला। इसकी मृत्यु लगभग 5000 साल पहले हुई थी।।।।।