कुछ समय पहले एक खबर काफी सुर्खियों में आई थी। iPhone बनाने वाली कंपनी apple ने under warranty होते हुए भी एक आईफोन को repair करने से मना कर दिया। उनका कहना था कि यह आईफोन सिगरेट के धुएं (pollution) के कारण खराब हुआ है। सवाल यह है कि क्या सचमुच धुएं और प्रदूषण से महंगे स्मार्टफोन खराब हो जाते हैं। आइए पता लगाते हैं:-
यह तो अपन जानते ही हैं कि एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के सर्किट में gold, copper, titanium, iron, aluminium और इस प्रकार के कई सारे metals का उपयोग किया जाता है। यह भी अपन जानते हैं कि सिगरेट के धुएं अथवा किसी भी प्रकार की वायु प्रदूषण में nicotine, carbon monoxide, Benzene, arsenic, formaldehyde जैसे केमिकल मौजूद होते हैं।
यह chemical इतने ताकतवर होते हैं कि गोल्ड और टाइटेनियम जैसी धातुओं को भी नुकसान पहुंचा देते हैं। क्योंकि स्मार्टफोन में इन धातुओं के बहुत पतले धागों का उपयोग किया जाता है इसलिए प्रदूषण के निरंतर संपर्क में आने के कारण मेटल का सर्किट क्रेक (Damage) हो जाता है और स्मार्ट फोन खराब हो जाता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि स्मार्टफोन के सर्किट पर प्रदूषण का प्रभाव साफ दिखाई देता है।
यानी कि प्रदूषण सिर्फ अपने ही नहीं स्मार्टफोन के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है।