Madhya Pradesh municipal corporation election news
भोपाल। मध्य प्रदेश के नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर पंचायतों के प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव वाला प्रस्ताव राजभवन से वापस आ गया है। यानी महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष और नगर परिषद अध्यक्ष का चुनाव सीधे जनता द्वारा नहीं होगा। इन पदों के लिए कोई प्रत्याशी घोषित नहीं होगा।
मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि नगर निगम में महापौर और नगर पालिका व नगर परिषद का अध्यक्ष चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराने की तैयारी है। यानी सीधे जनता से वोटिंग नहीं कराएंगे। जीते हुए पार्षद मिलकर नेता (महापौर, नपाध्यक्ष) चुनेंगे। नगरीय आवास एवं विकास विभाग ने नगर पालिका नियम में संशोधन का प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी उपरोक्त पदों पर अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने के पक्ष में रहती है जबकि भारतीय जनता पार्टी सीधे जनता द्वारा यानी प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव के पक्ष में रहती है। अब तक के इलेक्शन में प्रत्यक्ष प्रणाली का फायदा हमेशा भारतीय जनता पार्टी को मिला है। कांग्रेस के पार्षदों की संख्या ज्यादा होने के बावजूद महापौर और नपाध्यक्ष के पद पर भाजपा का कब्जा रहा है।