भोपाल। मध्यप्रदेश भोपाल राजधानी में बी फार्मा सेकंड ईयर के छात्र ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। खुदखुशी के पहले उसने माता-पिता को एक दर्द भरा सुसाइड नोट लिखा- जब से घर से आया हूं, परेशान हूं। न ही खाने का मन कर रहा है न ही पढ़ाई में फोकस कर पा रहा हूं। बिल्कुल अकेला महसूस कर रहा हूं। अकेलापन काटने को दौड़ता है। सिर में हमेशा दर्द रहता है, अभी भी सर बहुत दर्द कर रहा है। यहां बहुत अकेला पन है । सॉरी पापा, भैया, दीदी, मम्मी। मुझसे किसी ने कुछ नहीं है, ये मैं अपनी मर्जी से कर रहा हूं। आप किसी से कुछ मत कहिएगा। मैं मरने जा रहा हूं। यह सुसाइड नोट पुलिस को मृतक के पास मिला।
मूलत: कटनी का रहने वाला 19 साल का अभिनव सिंह पिता चंद्रभान सिंह बंसल कॉलेज में बी फार्मा सेकंड ईयर का छात्र था। वह भोपाल के पिपलानी के कल्पना नगर में अपने दोस्त सौरभ के साथ रहता था। दो माह पहले ही वो यहां शिफ्ट हुआ था। सौरभ गुरुवार को सुबह कॉलेज चला गया था, जबकि अभिनव घर पर रहा। शाम करीब 4.30 बजे सौरभ रूम पर पहुंचा, तो अंदर से दरवाजा बंद मिला।
सौरभ ने अभिनव को कई बार आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई उत्तर नहीं मिला। काफी देर तक सौरभ ने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन अभिनव ने दरवाजा नहीं खोला। सौरभ ने मकान मालिक को बताया। उन्होंने तत्काल डायल-100 को कॉल किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह दरवाजा खोला। अंदर पहुंचने पर अभिनव फंदे पर मिला। उसने फाइबर केबल से फंदा बनाया था। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर परिजनों को घटना की सूचना दे दी।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि अभिनव 10 दिन पहले ही घर से लौटा था। उसकी चचेरी बहन की शादी हुई थी। घर आने के बाद वह मानसिक तनाव में था। इसका जिक्र उसने सुसाइड नोट में भी किया है। हालांकि सुसाइड नोट में सुसाइड का कोई भी कारण स्पष्ट नहीं लिखा है। एक पेज का सुसाइड नोट में वह सिर्फ अकेलेपन की बात करता रहा। सौरभ ने पुलिस को बताया कि अभिनव ने कभी उससे तनाव होने या पढ़ाई में फोकस न कर पाने जैसी कोई बात नहीं कही थी। गुरुवार को वो वह कॉलेज गया हुआ था, लेकिन अभिनव नहीं गया था। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें।