भोपाल। मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक्शन पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में दावा किया है कि मध्य प्रदेश में किसी भी प्रकार का बिजली संकट नहीं है। सनद रहे कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विगत रोज बिजली संकट को लेकर सुबह 6:00 बजे इमरजेंसी मीटिंग कॉल की थी।
मध्यप्रदेश में बिजली सप्लाई के मामले में मुख्यमंत्री ने क्या कहा और किया
बीते रोज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रात 1:00 बजे नसरुल्लागंज से वापस लौटे और सुबह 6:00 बजे उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई से संबंधित सभी अधिकारियों को इमरजेंसी मीटिंग पर बुला लिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली सप्लाई नहीं होने के कारण पेयजल सप्लाई नहीं हो पा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति चिंताजनक बन गई है। उन्होंने अधिकारियों के प्रति नाराजगी व्यक्त की। कहा कि नागरिकों की समस्याएं उनके पास तक पहुंचाई जानी चाहिए। हमेशा प्रदेश का अच्छा चित्र प्रस्तुत नहीं करना चाहिए।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का ताजा बयान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों की दो बार मीटिंग ली और इससे पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के सम्मेलन में बिजली कट पर कोयले की समस्या को लेकर भी बयान दिया था। इस सब के बावजूद ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने एक टीवी इंटरव्यू में दावा किया कि मध्यप्रदेश में किसी भी प्रकार की बिजली समस्या नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग बिजली समस्या की बात कर रहे हैं वह शायद सपना देख रहे हैं।
मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री में से कोई एक तो गलत है
मध्यप्रदेश में बिजली समस्या को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की गतिविधियां एवं बयान और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का दावा, दोनों एक दूसरे के विरुद्ध है। एक बात स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री में से कोई एक तो गलत है। या तो ऊर्जा मंत्री, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बात का बतंगड़ बनाने का आरोप लगा रहे हैं या फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद बिना बजे बात का बतंगड़ बना रहे हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.