इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में रेप के मामले में फरार चल रहे बड़नगर विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। करण ने फर्जी दस्तावेज पेश कर जमानत ली थी। इसकी शिकायत पीड़िता ने पुलिस से की। पुलिस-प्रशासन ने जांच में दस्तावेजों को गलत पाया। करण पर 15 जनवरी को एक और केस दर्ज कर दिया। इसके बाद से ही करण फरार चल रहा था। मामले में उसे मेडिकल बनाकर देने वाले डॉक्टर को भी आरोपी बनाया गया। जिसे विभाग ने सस्पेंड कर दिया था।
विधायक के बेटे पर कांग्रेस कार्यालय में कामकाज संभालने वाली 23 साल की लड़की ने 2 अप्रैल 2021 को दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। युवती का आरोप है कि 14 फरवरी 2021 को करण उसे होटल में ले गया था। वहां उसने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर युवती को पिलाया। इसके बाद वह उसे फ्लैट पर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। गिरफ्तार होने के बाद करण मोरवाल ने बताया था कि वह 13 से 15 फरवरी तक बड़नगर के सिविल अस्पताल में भर्ती था। इसी आधार पर उसे जमानत मिल गई थी। प्रशासन ने मामले में जांच की थी। प्रारंभिक जांच में सीसीटीवी व अन्य दस्तावेज खंगाले गए। इन दस्तावेजों के फर्जी होने की आशंका में कलेक्टर ने बड़नगर के डॉक्टर व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था।
TI डीवीएस नागर ने बताया, उज्जैन के बड़नगर विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण मोरवाल को सोमवार रात गिरफ्तार कर लिया है। उस पर महू की एक युवती ने महिला थाने में रेप का केस दर्ज कराया था। इसके बाद करण लगातार जमानत की कोशिश कर रहा था। बाद में उसने बड़नगर के डॉ. देवेन्द्र स्वामी की मदद से फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाए। कोर्ट से जमानत मिल गई थी। पीड़िता ने इस मामले में कलेक्टर ओर अन्य अधिकारियों को शिकायत की थी। जब दस्तावेजों की जांच हुई तो वे गलत पाए गए। बाद में करण और डॉक्टर देवेन्द्र स्वामी पर धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया गया। वह फरार चल रहा था, उस पर 5 हजार का इनाम घोषित था।
करण ने फरारी के दौरान रंग पंचमी खुलकर मनाई थी। बड़नगर में एक आयोजन में शामिल हुआ था। यहां स्टेज पर भी उसने लोगों के साथ फोटो लिए थे। इसके बाद वह अपने परिवार के साथ ट्रिप पर राजस्थान भी गया। करण पर केस दर्ज कराने वाली पीड़िता ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी भी दी थी। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.