ग्वालियर। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के पीए सत्यनारायण शर्मा को ग्वालियर पुलिस हर संभव स्थान पर ढूंढ रही है। श्री शर्मा ने एक पत्रकार के नाम का दुरुपयोग करते हुए परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की शिकायत कर दी है। मामला ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल जय विलास पैलेस से जुड़ा बताया जा रहा है।
GWALIOR TODAY NEWS- सतनारायण शर्मा की शिकायत में क्या लिखा है
सूत्रों का कहना है कि सत्यनारायण शर्मा ने परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और ट्रांसपोर्ट कमिश्नर मुकेश जैन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अपनी शिकायत में सत्यनारायण शर्मा ने यह भी बताया है कि उप चुनाव से पहले मध्य प्रदेश के परिवहन नाकों से 50 करोड़ से ज्यादा की वसूली की गई। यही पैसा उपचुनाव में खर्च किया गया। पुलिस ने सत्यनारायण शर्मा के ड्राइवर अजय सालुंके को गिरफ्तार कर लिया है। अजय के बयान के बाद मामला और गंभीर हो गया है। अजय ने बताया कि इससे पहले भी शर्मा जी इसी तरह के कई लिफाफे भेज चुके हैं।
GWALIOR LIVE- कमिश्नर के निजी सचिव सत्यनारायण शर्मा ने क्या अपराध किया है
सतनारायण शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने एक पत्रकार धर्मवीर सिंह कुशवाहा के नाम का दुरुपयोग करते हुए शिकायतें भेजी। शिकायतों के लिफाफे पोस्ट करने वाला सत्यनारायण शर्मा का ड्राइवर अजय सालुंके है। अजय ने पुलिस को बताया कि उसने अपने साहब सतनारायण शर्मा के कहने पर यह लिफाफे पोस्ट किए हैं। कुल 9 लिफाफे पोस्ट किए गए थे। जिनमें से छह की डिलीवरी रुकवा दी गई लेकिन 3 लिफाफे स्पीड पोस्ट हो गए।
कुछ सवाल जिनके जवाब जरूरी है
- पत्रकार धर्मवीर सिंह कुशवाहा का नाम और नंबर क्यों उपयोग किया गया। जबकि वह तो एक्टिविस्ट भी नहीं है और शिकायत पर उनका नाम होने से शिकायत सत्य प्रमाणित नहीं होती।
- स्पीड पोस्ट पर मोबाइल नंबर फर्जी भी दिया जा सकता था। पत्रकार का नंबर क्यों लिखा।
- शिकायत में ऐसा क्या है जो पूरे ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में हड़कंप मचा हुआ है।
- शिकायत फर्जी है तो फिर चिंता की बात क्या है।
- शिकायती लिफाफे पर किसी के नाम का दुरुपयोग क्या इतना गंभीर अपराध है कि एक शासकीय कर्मचारी को गिरफ्तार करना जरूरी हो जाए।
- एक पुलिस प्रकरण ही तो है, कोर्ट से जमानत मिल सकती है फिर सत्यनारायण शर्मा अंडर ग्राउंड क्या हुए। क्या उन्हें किसी से जान का खतरा है।