Open Network for Digital Commerce
नई दिल्ली। केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्रीश्री पीयूष गोयल ने बिट्स पिलानी द्वारा आयोजित वार्षिक लॉन्चपैड-द एंटरप्रेन्योरशिप सम्मेलन के पांचवें संस्करण को संबोधित करते हुए ओपन नेटवर्क डिजिटल कॉमर्स का प्रमुखता से जिक्र किया। यदि सरकार इसे एक सरल open-source बनाने में कामयाब हो जाती है तो यह भारत की सबसे बड़ी आर्थिक क्रांति हो सकती है, क्योंकि इसके कारण भारत की छोटी से छोटी दुकान भी ई-कॉमर्स पर आ जाएगी। दुकानदार को ऑनलाइन आर्डर मिलेंगे और लोगों को घर बैठे डिलीवरी।
ONDC- ओपन नेटवर्क डिजिटल कॉमर्स क्या है, सरल शब्दों में समझिए
ई-कॉमर्स के नाम पर भारत में कुछ बहुत बड़े शॉपिंग मॉल मौजूद है। जैसे ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट आदि। दुकानदारों को इनकी शर्तों का पालन करते हुए अपनी दुकान प्रदर्शित करनी पड़ती है। यदि अपनी ई-कॉमर्स वेबसाइट बनाना चाहे तो यह काफी महंगा काम है, और छोटे शहरों में तो डेवलपर ही नहीं है। इसलिए सरकार ओपन नेटवर्क डिजिटल कॉमर्स की शुरुआत करना चाहती है। यह एक ओपन सोर्स होगा, यानी कि कोई भी इसका उपयोग करते हुए अपनी ई-कॉमर्स वेबसाइट डिजाइन कर सकता है। किसी विशेषज्ञ की जरूरत नहीं होगी। यह बिल्कुल उतना ही आसान होगा जितना कि इंस्टाग्राम अथवा फेसबुक पर अपनी दुकान का पेज बनाना।
ONDC- ओपन नेटवर्क डिजिटल कॉमर्स से क्या फायदा होगा
बड़ी कंपनियों की गुंडागर्दी खत्म हो जाएगी और बर्बाद होता जा रहा रिटेल का बाजार फिर से हरा भरा दिखाई देगा। कॉलोनी की दुकान की बिक्री बढ़ जाएगी। नुक्कड़ के पान वाले को डायरेक्ट आर्डर कर पाएंगे। किसी स्विग्गी और जोमैटो की जरूरत नहीं होगी। कमीशन खोरी खत्म हो जाएगी। दुकानदार और ग्राहक डायरेक्ट कनेक्ट होंगे। इसके लिए आधा काम तो गूगल बिजनेस और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कर ही चुके हैं। लॉकडाउन के कारण सभी दुकानदार ऑनलाइन पेमेंट भी लेने लगे हैं। सरकार को केवल सब कुछ व्यवस्थित करना है। भारत की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया INDIA NATIONAL NEWS पर क्लिक करें.