भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समाधान ऑनलाइन के दौरान पीएचई के दो इंजीनियरों (एक सब इंजीनियर और दूसरा एग्जीक्यूटिव इंजीनियर) को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को फोर्स क्लोज ना किया जाए।
समाधान ऑनलाइन- PHE 2 इंजीनियर सस्पेंड, ठेकेदार ब्लैक लिस्ट
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हरदा जिले के श्री अर्जुन सूरमा के प्रकरण में प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री मलय श्रीवास्तव से नल-जल योजना के कार्य में विलम्ब होने की जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रकरण में तत्कालीन सब इंजीनियर ज्योति महोबिया और कार्यपालन यंत्री एस के पवार को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिना सोर्स के कोई भी नल-जल योजना स्वीकृत नहीं करें। उन्होंने ऐसे प्रकरण चिन्हित कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उच्च शिक्षा विभाग- 1 सप्ताह में 335 पेंडिंग मामलों का निराकरण करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदापुरम के श्री घनश्याम जमनानी के प्रकरण में भी विलम्ब होने का कारण जाना। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 से अभी आवेदक को मार्कशीट मिली है। उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग को ऐसे प्रकरणों में समय पर मार्कशीट प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे 335 मामले लंबित हैं जिनका समाधान एक सप्ताह में करें।
CM HELPLINE फोर्स क्लोज- संयुक्त संचालक की वेतन वृद्धि रोकी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उज्जैन जिले के श्री बंसीलाल के प्रकरण में लोक स्वास्थ्य विभाग द्वारा फोर्स क्लोज करने का कारण जाना। उन्होंने कहा कि बिना संतुष्टिपूर्ण समाधान के शिकायत फोर्स क्लोज नहीं हो। अपर मुख्य सचिव श्री मोहम्मद सुलेमान को प्रकरण में संबंधित संयुक्त संचालक की एक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए।
CM HELPLINE फोर्स क्लोज- प्रमुख अभियंता PHE को कारण बताओ नोटिस
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रीवा के श्री अजय मिश्रा के प्रकरण में कलेक्टर से जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रकरण को फोर्स क्लोज क्यों किया गया था? उन्होंने प्रकरण में संबंधित प्रमुख अभियंता पीएचई को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.