ग्वालियर। कक्षा 10 की लड़कियों को पेपर खत्म होने के बाद नकल कराने के मामले में अंततः 4 शिक्षकों सहित कुल 6 के खिलाफ FIR दर्ज करवा दी गई है। इससे पहले नकल कांड का CCTV वीडियो वायरल हो गया था। कलेक्टर के निर्देश पर निलंबन और नोटिस की कार्रवाई की गई थी लेकिन पत्रकारों के सवाल उठाने पर FIR दर्ज करवानी पड़ी।
दिनांक 5 मार्च 2022 को अटेर के जलपुरा गांव में एमपी डीएड परीक्षा केंद्र में यह शिक्षक और बाहरी व्यक्ति नकल कराते सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। जिला शिक्षा अधिकारी हरभवन सिंह तोमर ने सोमवार को कलेक्टर के निर्देश पर चारों शिक्षकों को निलंबित कर दिया था। केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष और प्रेक्षक को कारण बताओ नोटिस दिए थे। पत्रकारों द्वारा FIR नहीं कराने को लेकर सवाल उठाए गए थे। जिसके कारण केंद्राध्यक्ष प्रमोद कुमार ओझा आवेदन लेकर अटेर थाने पहुंचे। रात करीब 11 बजे चारों शिक्षक और दो अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है।
3 लड़कियों को पेपर खत्म होने के बाद नकल कराई गई
पांच मार्च को जलपुरा के एमपी डीएड परीक्षा केंद्र में कक्ष क्रमांक तीन में छात्राएं हाईस्कूल अंग्रेजी विषय का प्रश्नपत्र हल कर रही थीं। दोपहर में 12:30 के बाद छात्राएं अपनी उत्तरपुस्तिकाएं जमा कर जाने लगीं। कुछ छात्राओं को रोक लिया गया था। इसके बाद इन छात्राओं को दूसरी छात्राओं की उत्तरपुस्तिकाएं दे दी गईं, ताकि वे उनमें देखकर वस्तुनिष्ठ प्रश्न हल कर लें।
यहां कक्ष में दो शिक्षकों की ड्यूटी थी, लेकिन केंद्र के दूसरे ही कक्ष से दो शिक्षक और आ गए। दो अज्ञात लोग भी आए। सभी की मौजूदगी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज कलेक्टर सतीश कुमार एस को दिखाए गए। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी हरभवन सिंह तोमर को कार्रवाई के निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी ने केंद्राध्यक्ष प्रमोद कुमार ओझा, सहायक केंद्राध्यक्ष रामवीर सिंह सीरौठिया को दो वेतन वृद्वि रोकने का नोटिस दिया।
प्रेक्षक धर्मेंद्र सिंह परमार को अनुशासनात्मक कार्रवाई का नोटिस दिया। परीक्षा में ड्यूटी करने वाले शिक्षक निखिल मिश्रा, कुलदीप सिंह भदौरिया, विकास कटारे और पवन सिंह राठौर को निलंबित कर दिया गया था।मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.