भोपाल। मध्यप्रदेश की विधानसभा में लंबे समय के बाद जनहित के मुद्दों पर बातचीत शुरू हुई थी लेकिन आज अचानक बिना किसी कारण के सदन को अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इसी के साथ मध्य प्रदेश विधानसभा बजट 2022-23 सत्र समय से पहले समाप्त हो गया।
मध्य प्रदेश विधान सभा सचिवालय से जारी हुई सूचना के अनुसार बजट 2022-23 सत्र दिनांक 25 मार्च 2022 तक चलना था। जिसे दिनांक 16 मार्च 2022 को भोजन अवकाश से पहले ही खत्म कर दिया गया। कमजोर कांग्रेस के कारण सरकार ने आज ही आनन फ़ानन में सारे विधायी कम काज निपटा कर सत्र समाप्त कर दिया गया। यहां याद दिलाना होगा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने सभी मंत्रियों एवं विधायकों के साथ सरकारी खर्चे पर फिल्म देखने वाले हैं। जनहित के जिन मुद्दों की चिंता विधानसभा में की जानी चाहिए थी, उन मुद्दों पर चिंतन करने के लिए मुख्यमंत्री एवं मंत्री गण सरकारी खर्चे पर पचमढ़ी जाने वाले हैं।
मध्यप्रदेश में पत्रकारों को विपक्ष की भूमिका निभानी पड़ रही है
पत्रकार का काम सवाल पूछना होता है लेकिन सत्ता से सवाल पूछना नहीं होता। सवाल सत्ता से भी पूछे जाते हैं और सवाल विपक्ष से भी, लेकिन यदि विपक्ष पलायन कर जाए तो पत्रकारिता के सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है सरकार का ध्यान जनहित के विषयों पर केंद्रित बनाए रखना। कितना अजीब है कि मध्यप्रदेश में सत्ता और विपक्ष किसी दीवार के सहारे प्यार भरी बातें करते नजर आते हैं, और पत्रकारों को विपक्ष की भूमिका में सरकार से संघर्ष करना पड़ रहा है। सदन की असमय समाप्ति के लिए कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिपक्ष को गांधी प्रतिमा के नीचे बैठ जाना चाहिए था, परंतु चित्र यह है कि गांधी प्रतिमा के किनारे सिर्फ पत्रकार खड़े हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.