SATNA में माफिया- फर्जी मुकदमा, फर्जी SDM, किराए के गुंडे, आधी रात में बस्ती पर बुलडोजर चलाया- MP NEWS

भोपाल
। मध्यप्रदेश के सतना शहर में बीती रात जो कुछ भी हुआ वह किसी बॉलीवुड मसाला फिल्म से कम नहीं था। कलेक्टर कोर्ट में एक फर्जी मुकदमा चलाया गया। फिर फर्जी एसडीएम, 2 JCB मशीनें और माफिया के बहुत सारे गुर्गों को लेकर आधी रात के समय आ धमका और लोगों के मकान गिराना शुरू कर दिया। यदि किसी ने सवाल किया तो उसे पीटा गया और बंधक बना लिया गया। 

संपत्ति में मालिक की बेटी का नाम गायब कर अपना नाम जुड़वा लिया

सब कुछ किसी फिल्मी कहानी सा लगता है। मामला सतना के पुष्कर्णी पार्क के पास स्थित गुप्ता पैलेस और उसके आसपास की जमीन का है। फर्जी एसडीएम को पकड़ कर उसकी धुनाई करने वाले लोगों ने बताया कि जमीन पर कब्जा करने के लिए शुरुआत से फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। जमीन के मालिक की बेटी प्रभा तिवारी इंदौर में रहती है। इसी का फायदा उठाकर संपत्ति के मालिकों में से उसका नाम गायब करवा दिया और अपना नाम दर्ज करवा लिया। नामांतरण से पहले 15 दिन नोटिस पीरियड होता है लेकिन राजस्व विभाग के अधिकारियों ने मात्र 3 दिन में नामांतरण कर दिया। 

कलेक्टर कोर्ट में फर्जी मुकदमा

कलेक्टर के पास कुछ लोगों द्वारा गुप्ता पैलेस के अवैध होने की शिकायत की गई। शिकायत में भागवत गुप्ता को संपत्ति का मालिक बताया गया। कलेक्टर कोर्ट से नोटिस जारी हुए। जब कोई रिस्पांस नहीं आया तो एक तरफा फैसला कर दिया गया। फर्जी एसडीएम को पीटने वाली जनता ने बताया कि गुप्ता पैलेस का मालिक भागवत गुप्ता नहीं बल्कि सतीश गुप्ता है। उन्हें तो यह भी नहीं पता कि उनकी संपत्ति का मामला कलेक्टर कोर्ट में विचाराधीन था। 

आधी रात को माफिया के गुर्गे बस्ती बेदखल करने आ गए

बिल्कुल साउथ इंडियन फिल्मों की तरह आधी रात के समय अचानक बहुत सारे गुंडे, महिला बाउंसर, दो जेसीबी मशीन और एक फर्जी एसडीएम आ गए। एसडीएम ने तत्काल बस्ती खाली करने का हुकुम सुनाया। जेसीबी मशीन से कच्चे पक्के मकानों तोड़ना शुरू कर दिया गया। इस दौरान जिसने भी आपत्ति उठाई उसे गुंडों ने पीटा और बंधक बना लिया ताकि कार्रवाई पूरी होने तक कोई भी विघ्न ना आए। लोगों ने डायल 100 पर फोन लगाकर पुलिस की मदद मांगी लेकिन पुलिस नहीं आई। 

फर्जी एसडीएम का पता लगते ही जनता ने धुनाई शुरू कर दी 

इस दौरान जैसे ही लोगों को पता चला कि विनोद शर्मा नाम का कोई एसडीएम है ही नहीं। जो सरकारी फाइलें लेकर घूम रहा है वह फर्जी SDM है। उसके बाद जनता ने उसकी धुनाई शुरू कर दी। लोगों की भीड़ पुलिस थाने पहुंच गई। लगातार भीड़ बढ़ने लगी। अंततः पुलिस ने पांच महिला बाउंसर, छह पुरुष बाउंसर, कथित भूमाफिया भागवत गुप्ता और फर्जी एसडीएम विनोद शर्मा को हिरासत में ले लिया है। इस घटनाक्रम के दौरान कुछ लोग असली एसडीएम को भी बुला लाए थे। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.

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