जापान में झुककर कितने प्रकार की भावनाएं प्रकट की जातीं हैं, पढ़िए मजेदार जानकारी- GK in Hindi

दुनिया में जब भी जापान की बात होती है तो हमेशा एक अनुशासित और सभ्य समाज का चित्र सामने आ जाता है। दुनिया के सभी देशों में भावनाएं प्रकट करने के अलग-अलग तरीके हैं। हम भारतीय हाथ जोड़कर अभिवादन करते हैं और खुशी में डांस करते हैं लेकिन क्या जापान में भी ऐसा ही होता है। आइए पढ़ते हैं जापान में किसी के सामने झुकने से क्या-क्या तात्पर्य होते हैं। वहां के लोग किस प्रकार की भावना प्रकट करने के लिए कितना डिग्री आगे की तरफ झुक जाते हैं।

जापान में किसी के सामने झुककर अपनी भावनाएं प्रकट करने को अंग्रेजी में Bowing कहते हैं। हमारे यहां शिष्य अपने गुरु के चरणों में झुक जाता है और गुरु आशीर्वाद देते हैं लेकिन जापान में ऐसा नहीं होता। वहां आशीर्वाद देने के लिए भी एक निर्धारित कोंण पर झुकना होता है। कुल मिलाकर जापान में यदि आप किसी के सामने झुकते हैं तो वह भी आपके सामने झुकता है। फर्क केवल इतना है कि दोनों के कोण में अंतर होता है।

➤ किसी का गर्मजोशी के साथ अभिवादन करने के लिए 15 डिग्री झुक जाते हैं। जापान के लोग इस मुद्रा को Eshaku कहते हैं।  
➤ यदि किसी मित्र अथवा परिवार के सदस्य को उसकी सफलता पर बधाई देना हो तो 30 डिग्री पर झुककर बधाई प्रकट की जाती है। सामने वाला भी 30 डिग्री पर झुककर बधाई को स्वीकार करता है। जापान के लोग इस मुद्रा को Keirei कहते हैं।
➤ अपने सम्राट, समाज के श्रेष्ठ लोग एवं परिवार के वरिष्ठ जनों के प्रति अत्यधिक सम्मान 45 डिग्री पर झुककर प्रकट किया जाता है। इस मुद्रा को जापान में Saikeirei कहा जाता है। ऐसी स्थिति में सम्राट अथवा वरिष्ठ जन भी थोड़ा सा झुक जाते हैं और इस प्रकार अपना आशीर्वाद प्रकट करते हैं।

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जापान में hello से लेकर goodbye, thank you, let’s begin, I’m sorry, congratulations, please do me a favor, let’s work together, I respect you, please be patient with me और इस प्रकार की लगभग सभी भावनाएं प्रकट करने के लिए Bowing की जाती है। यहां तक की नाराजगी प्रकट करने के लिए और सरेंडर करने के लिए भी झुकने की एक मुद्रा होती है। झुककर भावनाएं प्रकट करना जापान की सांस्कृतिक परंपरा है। जिसे पीढ़ी दर पीढ़ी स्वीकार किया जा रहा है।

इसमें हाथ की मुद्राओं का भी अपना संकेत होता है। हाथों को आगे की तरफ बांधना। हाथों को सामने दोनों पैरों पर रखना। दोनों हाथों को दाएं बाएं खुला छोड़ देना। हाथों को पीछे की तरफ बांधना। सबके अपने-अपने संकेत होते हैं। (इसी प्रकार की मजेदार जानकारियों के लिए जनरल नॉलेज पर क्लिक करें) Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (general knowledge in hindi, gk questions, gk questions in hindi, gk in hindi,  general knowledge questions with answers, gk questions for kids, ) :- यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com

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