BHOPAL में विधवा महिला को 3 दिन थाने में बिठाए रखा, शिकायत की तो सिपाही धमकाने आ गया - MP NEWS

भोपाल।
 दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 167 के तहत पुलिस किसी भी व्यक्ति को 24 घंटे से अधिक हिरासत में नहीं रख सकती। जब तक बहुत गंभीर अपराध ना हो पूछताछ के लिए बुलाए गए व्यक्ति को पाबंद करके रात्रि विश्राम के लिए घर भेजने का नियम है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ज्वेलर्स के कहने पर एक विधवा महिला को 3 दिन तक थाने में बिठाए रखने का मामला सामने आया है। छूटने के बाद जब महिला ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन में की तो उसे धमकियां दी जा रही हैं।

पुलिस आरक्षक द्वारा धमकी देने का वीडियो सामने आया

वीडियो में पुलिसकर्मी हाथ जोड़ते भी नजर आ रहा है। इसी बीच एक लड़की कहती है कि अंकल प्लीज, आप यहां से चले जाएं। वीडियो शनिवार रात का बताया जा रहा है। लगभग 50 मिनट की वीडियो में कोलार पुलिस थाने का एक सिपाही पीड़ित महिला के परिचित को धमका आता हुआ दिखाई दे रहा है। पुलिस आरक्षक कह रहा है कि 'मैं चाहता तो तीन-चार तोला सोना और चांदी रखकर तभी उसे जेल भिजवा देता। तुम लोग कुछ नहीं कर पाते।'

मंदाकिनी, कोलार में एक ज्वेलर्स के यहां नौकरी करने गई थी

वर्षा अग्रवाल (40) ने बताया कि उसका तलाक हो चुका है। वह 11 साल के बेटे के साथ गणेश एनक्लेव कोलार में रहती है। वर्षा का कहना है कि मंदाकिनी स्थित एक ज्वेलर्स पर वह जुलाई 2020 से जॉब कर रही थी। उसे वहां के कुछ अवैध कामों के बारे में पता चल गया था। इसके बाद से ज्वेलर्स और उसका बेटा उसे परेशान करने लगा। नौकरी से भी निकाल दिया।

ज्वेलर्स के यहां अवैध काम होते हैं, देख लिया तो चोरी का आरोप लगा दिया

महिला के मुताबिक ज्वेलर्स ने पुलिस में चेन चोरी का आरोप लगाते हुए मेरे खिलाफ झूठी शिकायत भी कर दी। कोलार पुलिस 5 जनवरी को उसे और बेटे को थाने ले गई। यहां 3 दिन तक थाने में रखा गया। उसके साथ मारपीट भी की गई। वर्षा ने आरोप लगाया कि अगर उसने चोरी की है, तो फिर पुलिस ने FIR क्यों नहीं की। वर्षा का कहना है कि पुलिस ने उसके भाई राहुल को भी मामले में फंसा दिया। तब से वह यहां वहां भाग रहे हैं।

सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की तो पुलिस परेशान करने लगी

वर्षा ने आरोप लगाया कि पुलिस और ज्वेलर्स से परेशान होकर उसने 15 दिन पहले सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की थी। उसने महिला आयोग और पुलिस अधीक्षक के यहां भी फोन पर शिकायत की। उसके बाद से ही उसे ज्यादा धमकी मिलने लगी और परेशान किया जाने लगा। वर्षा ने इसकी शिकायत राज्य मानवाधिकार आयोग में भी की है।

कोलार थाने के टीआई ने सिपाही का बचाव किया

टीआई कोलार सुधीर अरजरिया ने बताया कि मामला करीब डेढ़ महीने पुराना है। मंदाकिनी में एक ज्वेलर्स ने उनके यहां काम करने वाली वर्षा के खिलाफ चोरी की शिकायत की थी। पुलिस ने जब वर्षा को पूछताछ के लिए बुलाया, तो उसने बताया कि यह चोरी का सामान उसने गुरु भाई राहुल जैन को दे दिया है। पुलिस ने राहुल से पूछताछ की। बाद में राहुल के माल लौटाने के कारण उनके बीच समझौता हो गया, इसलिए FIR नहीं की गई थी।

महिला बयान देने के लिए थाने क्यों नहीं आ रही: टीआई कोलार सुधीर अरजरिया

अब वर्षा ने सीएम हेल्पलाइन में थाने में जबरन बैठाए जाने की शिकायत की है। इसी सिलसिले में जसवंत और विजय यादव गए थे। उनका कहना था कि अगर शिकायत की है, तो सामने आकर बयान दर्ज कराएं, लेकिन वह बार-बार कहने के बाद भी सामने नहीं आ रहे थे, इसलिए आवेश में आकर जसवंत ने ऐसा कह दिया। वह खुद हाथ जोड़कर बोलते भी दिखाई दे रहा है, उसकी लाठी में आवाज नहीं होती।

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