पुणे, महाराष्ट्र। पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट की लैब के दो फ्लोर पर आग लगी, इस लैब में BCG का टीका बनाया जाता है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के टर्मिनल एक गेट में आग लग गई है। इस प्लांट के निर्माण में सरकार ने जनता से टैक्स के माध्यम से वसूले गए 300 करोड रुपए खर्च किए हैं। इस प्लांट से उम्मीद की गई थी कि भारत के नागरिकों की लॉकडाउन से पहले वाली नॉर्मल लाइफ जल्दी से वापस आ पाएगी।
बता दें कि एसआईआई ही कोरोना वायरस की वैक्सीन कोविशील्ड का निर्माण कर रही है। इसकी भारत सहित कई देशों में आपूर्ति की जा रही है। जानकारी के अनुसार, पुणे के मंजरी में स्थित एसआईआई के नए प्लांट में आग लगी है। 300 करोड़ की लागत से बने इस प्लांट में बड़े पैमाने पर कोरोना की वैक्सीन कोविशील्ड का उत्पादन किए जाने की योजना है।
पिछले साल ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने इस प्लांट का उद्घाटन किया था। हालांकि इस प्लांट में अभी वैक्सीन का उत्पादन शुरू नहीं हुआ है। वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पुणे म्युनिसिपल कमिश्नर के संपर्क में हैं और ऑन-ग्राउंड अपडेट्स ले रहे हैं। उन्होंने राज्य की मशीनरी को निर्देश दिया है कि वे इस स्थिति को नियंत्रित और सुनिश्चित करें।
हम हर पहलू की जांच करेंगे: अमिताभ गुप्ता, पुणे पुलिस कमिश्नर
हमें 2:45 बजे सीरम इंस्टीट्यूट की एक इमारत में आग लगने की सूचना मिली। पुलिस और फायर ब्रिगेड तुरंत मौके पर पहुंची। सभी लोगों को निकाल लिया गया है। 1 घंटे में आग बुझा दी जाएगी। इस इमारत में वैक्सीन का प्लांट या भंडारण नहीं किया जा रहा था। आग बुझ जाने के बाद पुलिस की जांच शुरू हो जाएगी। हम हर पहलू की जांच करेंगे। इस इमारत में निर्माण कार्य चल रहा था: अमिताभ गुप्ता, पुणे पुलिस कमिश्नर
CII के एक अधिकारी ने यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या आग लगने की इस घटना से कोविड-19 वैक्सीन का उत्पादन प्रभावित होगा। IANS Hindi