उड़ता भोपाल: मेडिकल स्टोर से दवा खरीद कर नशे की इंजेक्शन बनाए जा रहे हैं - MP NEWS

भोपाल
। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। पुलिस ने ड्रग्स पर निगरानी बढ़ाई तो नशे के कारोबारियों ने मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीद कर उससे नशा बनाना शुरू कर दिया। भोपाल पुलिस ने एक ऐसे रैकेट को पकड़ा है जो दो प्रतिबंधित इंजेक्शन को मिलाकर नशे का ऐसा डोज बनाता है जिससे तत्काल नशा हो जाता है और यदि थोड़ी सी भी गड़बड़ भी तो मौत।

सुबह 6:00 बजे भोपाल पुलिस का ऑपरेशन शुरू हुआ

DIG भोपाल इरशाद वली ने बताया कि Crime Branch ने शनिवार सुबह 6 बजे से शहर के विभिन्न इलाकों में दबिश देना शुरू किया। छोला, ऐशबाग, तलैया और हनुमानगंज समेत आधा दर्जन क्षेत्रों में पुलिस की टीमें लगातार दबिश देती रहीं। इस दौरान पुलिस ने 3 से अधिक लोगों को नशा करते रंगे हाथ पकड़ा। यह इंजेक्शन के माध्यम से नशा कर रहे थे।

दोपहर तक मेडिकल स्टोर संचालक गिरफ्तार

पूछताछ के बाद दोपहर तक पुलिस ने इस मामले में लालघाटी से 32 साल के एक मेडिकल संचालक अनिल बलवानी को भी गिरफ्तार कर लिया। यही इंजेक्शन बेचता था। इसके अलावा छोला से 28 साल के रोहित कुचबंदिया, 19 साल के सुमित कुचबंदिया और ऐशबाग से आसिफ कुचबंदिया को गिरफ्तार किया।

प्रतिबंधित इंजेक्शन के 4ML में नशा, उससे ज्यादा मौत

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह दोनों इंजेक्शन डॉक्टरी सलाह के बाद ही ग्राहक को दिए जाते हैं। यह दोनों इंजेक्शन मार्केट में पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं और यह केवल विशेष परिस्थितियों में डॉक्टरी पर्चे पर ही मरीज को उपलब्ध कराए जाते हैं। इसमें एक इंजेक्शन एलर्जी के लिए उपयोग किया जाता है। जबकि दूसरा इंजेक्शन मार्फिन है। यह बेहद दर्द में मरीज को सुलाने के लिए लगाया जाता है।

2 इंजेक्शन मिलाकर नशे डोज बनाया जाता था

इन दोनों इंजेक्शन के 2-2 ML का कॉम्बिनेशन मिलाकर इस दर्द के इंजेक्शन को नशे का डोज बना दिया जाता है। डॉक्टरों की माने तो इसे लेने के बाद आदमी 4 से 6 घंटे तक बेहद नशे में रहता है। उसे कुछ भी होश नहीं रहता है। वह अपने आप को हवा में उड़ता हुआ महसूस करता है। उसे बहुत ही रिलैक्स लगता है, लेकिन जरा भी ज्यादा लेने पर तत्काल मौत हो जाती है।

1 दिन में 70 लोगों को शिकार बनाता है

ASP Crime Branch गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि पुलिस ने जब आरोपियों को पकड़ा, तो एक ही इंजेक्शन से एक के बाद दूसरे को यह डोज दिया जा रहा था। पकड़ा गया तस्कर ने खुलासा करते हुए बताया कि वह दिन भर में करीब 70 इंजेक्शन लोगों को लगा देता है। वैसे तो मार्केट में इन दोनों की कुल कीमत करीब 18 रुपए है, लेकिन वह एक इंजेक्शन का 80 रुपए लेता है।

नशे के साथ एड्स सभी दे रहे लोगों को

इस इंजेक्शन की खास बात यह है कि इसके लगाते ही तत्काल नशा हो जाता है। दूसरी बात की इंजेक्शन होने के कारण इसे पकड़ना मुश्किल है। इसलिए अब इसका कारोबार धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। खास बात यह है कि इस नशे के साथ आरोपी एड्स भी बांट रहे हैं, क्योंकि एक ही इंजेक्शन से लगातार युवाओं की नसों में यह जहर पहुंचाया जा रहा है।

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