संक्रमण से मरीज की मौत, डॉक्टर और पैथालॉजिस्ट पर FIR दर्ज / GWALIOR NEWS

ग्वालियर। महिला मरीज की मौत बीमारी से नहीं बल्कि अस्पताल में साफ-सफाई ना होने से हुए संक्रमण से हुई थी। मामले की जांच के बाद पुलिस ने बोस्टन अस्पताल के संचालक राकेश पाण्डे व पैथोलॉजी संचालक मंजू साहनी पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। जांच में पता चला है कि अस्पताल के पास पैथोलॉजी व एक्सरे का वैध लाइसेंस भी नहीं था। जबकि महिला मरीज को कंधे में मात्र दर्द की शिकायत थी।

त्यागी नगर मुरार निवासी श्याम बली सिंह कुशवाह रिटायर्ड आर्मी मैन हैं और मई 2019 में उन्होंने अपनी पत्नी मुन्नी (49) को कंधे में दर्द होने पर उपचार के लिए बोस्टन अस्पताल लेकर आए थे। जहां पर जांच के बाद डॉक्टर राकेश पाण्डे ने उन्हें भर्ती कर लिया था। दो दिन उपचार लेने के बाद मुन्नी देवी की हालत बिगड़ी तो डॉक्टर राकेश ने उन्हें रैफर कर दिया और श्याम बली मुन्नी देवी को लेकर बिड़ला अस्पताल पहुंचे। यहां पर उसकी हालत में सुधार ना होने पर डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली रैफर कर दिया लेकिन जब वे मुन्नी देवी को आगरा लेकर पहुंचे तो उन्होंने दम तोड़ दिया।

पत्नी की मौत के बाद श्याम बली सिंह ने मामले की शिकायत विश्वविद्यालय थाना पुलिस के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से की। जिस पर जांच हुई तो पता चला कि अस्पताल में उचित साफ-सफाई नहीं होती है और जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं और यहां पर संचालित एक्सरे तथा पैथोलॉजी का भी वैध लायसेंस नहीं था। साथ ही जिन डॉक्टरों से अस्पताल का टाइअप था, वे सिर्फ कागजों में अस्पताल में आते थे और अस्पताल में उनका आना ही नहीं होता था। जांच के बाद पुलिस ने डॉ. राकेश व मंजू साहनी पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। इसी मामले में दो दिन पहले जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बोस्टन अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर मरीजों के उपचार पर रोक लगा दी है।

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