Jan Sahayak Help Me App Download करें, हरियाणा में सभी सरकारी सेवाओं के लिए

नारनौल उपायुक्त जगदीश शर्मा ने नागरिकों से यह एप डाउनलोड करने का आह्वान करते हुए बताया कि यह एक इंटीग्रेटेड एप है, जो नागरिकों को एक ही मोबाइल एप में सभी सुविधाएं प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि नागरिक को पहले मोबाइल फोन नंबर और ओटीपी के साथ खुद को पंजीकृत करना है। एक बार पंजीकरण होने के बाद नागरिक सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस एप के माध्यम से नागरिक जरूरत के अनुसार एलपीजी सिलेंडर, एम्बुलेंस, डॉक्टर, ई-पास, बैंक यात्रा बुक करने, सूखा राशन व पके हुए भोजन आदि के लिए अनुरोध कर सकता है। अनुरोध प्राप्त होने पर उसे एसएमएस भेजा जाएगा और उसे निर्धारित समय पर सेवा मिलेगी।

उपायुक्त की डैशबोर्ड पर रहेगी नजर :

इस एप की एक खास बात यह है कि यह जियो टैग आधारित है। उपायुक्त अपने कंप्यूटर के माध्यम से डैशबोर्ड पर नजर रखेंगे, जिसके माध्यम से वह सारी स्थिति जान सकते हैं तथा अपने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे सकते हैं। जनसहायक हेल्प मी एप से मिलेंगी यह प्रमुख सेवाएं :

भोजन के लिए अनुरोध :

नागरिक आवश्यकता के अनुसार पका हुआ भोजन या राशन की मांग कर सकते हैं। मोबाइल एप डेटाबेस के साथ जांच करता है और अगर नागरिक का किसी भी राज्य डेटाबेस में नाम नहीं मिलता है तो वह एक ;संकट राशन टोकन' मिलेगा और उसके निकटतम उचित मूल्य की दुकान पर मैप किया जाएगा। यह काम केवल तीन महीने के लिए मिलेगा। नागरिक उचित मूल्य की दुकान पर जाकर इसे दिखा सकता है और ओपीएच (बीपीएल के अलावा अन्य प्राथमिकता वाले घरों) के समान राशन मुफ्त में प्राप्त कर सकता है। पके हुए भोजन के मामले में इसका मूल्यांकन किया जाएगा और अगर प्रार्थी वास्तव में इसके लायक है तो जिला प्रशासन या सामाजिक संगठनों के माध्यम से नागरिक तक पहुंचाया जाएगा। 

डॉक्टर से परामर्श :

नागरिक जब मोबाइल ऐप में डॉक्टर टैब को टेलीमेडिसिन हेल्पलाइन पर जाता है तो डॉक्टर उसे जवाब देगा। डॉक्टर की सलाह के अनुसार नागरिक अपना इलाज करवा सकता है।

आश्रय की आवश्यकता :

नागरिक किसी भी राहत शिविर में आश्रय के लिए अनुरोध करेगा तो उसे नजदीकी राहत शिविर में भिजवा दिया जाएगा।

वित्तीय सहायता :

नागरिक वित्तीय सहायता भी मांग सकता है। आधार कार्ड के आधार पर मौजूदा डेटाबेस के साथ मोबाइल ऐप की जांच होगी और अगर नागरिक को पहले कोई वित्तीय लाभ नहीं मिला है तो नागरिक पंजीकरण कर सकता है और पात्रता की जांच के बाद आवेदन पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मजदूरी न मिलने की शिकायत :

नागरिक नियोक्ताओं से पारिश्रमिक/मासिक मजदूरी का भुगतान न करने के संबंध में शिकायत दर्ज कर सकते हैं। आवश्यक कार्यवाही के लिए जिला श्रम अधिकारी को भेजा जाएगा।

ई-खरीद (गेहूं/सरसों) :

किसान इस एप का उपयोग करके किसी भी मंडी में अपनी फसल की उपज बेचने के लिए एक स्लॉट (समय) बुक कर सकते हैं। इससे मंडियों में सामाजिक दूरियां बनाए रखने में मदद मिलेगी।

बैंक यात्रा बुक करें :

यह नागरिकों को बैंकलॉट.हरियाणा.गव.इन पर ले जाएगा। इसके माध्यम से नागरिक डाक बैंक सेवा के माध्यम से बैंक स्लॉट (नकद जमा/निकासी सीमित राशि) या घर पर नकद वितरण के लिए अनुरोध कर सकते हैं।

नई पास की मिलेगी सुविधा :

नागरिक किसी भी आवश्यक सेवा जैसे चिकित्सा कारणों, परिवार में मृत्यु आदि के लिए ई-पास के लिए अनुरोध कर सकते हैं। उद्योगों और दुकानों के लिए पास की सुविधा भी उपलब्ध है।

स्वयंसेवक कर सकते हैं पंजीकरण :

जो कोई भी अपने संसाधनों व श्रम का योगदान करके लोगों की मदद करना चाहता है, वह पंजीकरण कर सकता है और सरकार उनकी प्रतिभा का सही उपयोग करेगी।

दान देना हुआ आसान :

इस एप के जरिए सरकार द्वारा हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में सरकार को दान देना आसान किया गया है।

भोजन व राशन का दान करें :

यदि कोई भी परिवार अन्य जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए पका हुआ भोजन या राशन उपलब्ध कराने में रुचि रखता है तो वे अपना योगदान दर्ज करवा सकते हैं।

शिक्षा अथवा ई-लर्निंग :

इच्छुक छात्र स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास के लिए सीखने के संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं।
हरियाणा में कोरोना वायरस से लड़ने लांच किए गए Jan Sahayak Help Me App Download करने के लिए यहां क्लिक करें

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