भोपाल। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने विधानसभा सदन के भीतर विश्वास मत पर मतदान कराने से इंकार कर दिया है। सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल श्री लालजी टंडन के नाम लिखिए चिट्ठी में कहा है कि इन परिस्थितियों में विश्वास मत पर मत विभाजन कराना संभव नहीं है। यह लोकतांत्रिक है।
इससे पहले राज्यपाल श्री लालजी टंडन में मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नाम एक पूरक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने "मैं आदेशित करता हूं" स्पष्ट रूप से लिखा था। इस पत्र के बाद राज्यपाल श्री लालजी टंडन मुख्यमंत्री कमलनाथ को रात 12:00 बजे मिलने के लिए बुलाया था। राजभवन से निकलते टाइम मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने मीडिया से कहा था कि इसका फैसला विधानसभा अध्यक्ष करेंगे।
मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के 92 विधायक विधानसभा में मौजूद, बेंगलुरु से 22 बागी विधायक सदन नहीं पहुंचे