शताब्दी एक्सप्रेस में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा, अतिरिक्त सतर्कता | GWALIOR NEWS

ग्वालियर। देश की सबसे द्रुतगति से दौडऩे वाली शताब्दी एक्सप्रेस में अधिक संख्या में विदेशी सैलानी सफर करते हैं। विदेशी नागरिकों से देश में फैल रहा कोरोना वायरस का खौफ शताब्दी में यात्रियों की आवभगत करने वाले पूरे स्टॉफ पर देखा जा रहा है। संक्रमण से बचाव के लिए शताब्दी में ड्यूटी करने वाले वेंडरों के साथ ही टीटी व गार्ड भी सफर के दौरान चेहरे पर मॉस्क व हाथ में गिलफ्स का उपयोग कर रहे हैं। इस मामले में स्टॉफ का कहना है कि मास्क व गिलफ्स उपयोग करने का आदेश रेल मंत्रालय ने दिया है।

देश में बढ़ती कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए रेल मंत्रालय ने निर्देश जारी किया है कि देश की जिन प्रीमियम ट्रेनों में विदेशी सैलानी सबसे अधिक संख्या में सफर करते हैं उन सभी प्रीमियम ट्रेनों जिसमें शताब्दी एक्सप्रेस भी शामिल है, इन ट्रेनों में ड्यूटी करने वाला स्टॉफ जिसमें यात्रियों को ब्रेकफास्ट से लेकर लंच व डिनर सर्व करने वाले वेंडरों के साथ ही चेकिं ग स्टाफ के साथ ही सुरक्षा एस्कार्ट के जवानों के साथ ही सफर करने वाले यात्री संक्रमण से बचाव के लिए मास्क व गिलफ्स का उपयोग करते दिखाई दे रहे हैं।

जैसा कि चिकित्सक बताते हैं कि कोरोना वायरस का संक्रमण कोल्डड्रिंक व आईसक्रीम के साथ ही अन्य शीतल पदार्थों के सेवन से तेजी से फैलता है, डॉक्टरों की एडवाइजरी जारी होने के बाद से ही शताब्दी में यात्रियों को सर्व होने वाली आइसक्रीम की डिमांड नब्बे फीसदी कम हो गई है। यही नहीं सफर के दौरान यात्री संक्रमण से बचाव करने के लिए घर का बना लंच व डिनर का ही उपयोग सफर के दौरान करते देखे जा सकते हैं।

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सफर के दौरान यात्री सबसे अधिक शताब्दी में मुफ्त मिलने वाले सेनेटाइजर का उपयोग कर रहे हैं। जिसके कारण शताब्दी में सेनेटाइजर नैपकिन की डिमांड दो से तीन गुना तक बढ़ गई है। 
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