ग्वालियर। शहर की तंग गली मोचीओली में गोदाम में भीषण आग लगने से वृद्ध दंपत्ति की मौत हो गई। आग पर काबू पाने के लिए दमकलकर्मियों को 12 घंटे से ’यादा मशक्कत करते हुए 55 गाड़ी पानी फायर करना पड़ा। आग कैसे लगी इसे लेकर अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। आग लगने से करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली मोचीओली में बुधवार की रात 9 बजे के करीब बालाजी फोम भंडार में आग की लपटें उठने लगीं। देखते ही देखते आग दुकान में से तीसरी मंजिल स्थित मकान में पहुंच गई और मकान में रह रहे लोग बाहर निकलने के लिए चीख पुकार करने लगे, लेकिन आग की लपटें चारों ओर फैलने के कारण वह दुकान का शटर बंद होने से यह बाहर नहीं निकल पाए जिसके चलते गृहस्वामी हरिश शिवहरे ने सबसे पहले पत्नी राधा ने छलांग लगाई और इसके बाद टीका करने आई बहन सुनीता गुप्ता ने भी दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी।
हरिश ने अपने 5 वर्षीय आर्यन, 4 वर्षीय बेटी आराध्या को दूसरी मंजिल से नीचे फेंका जहां नीचे खड़े लोगों ने इन्हें जाल बनाकर कैच किया। हरिश व उसके भाई छोटू ने अपने माता-पिता को बचाने का प्रयास किया लेकिन वह जब सफल नहीं हो सके तो उन्होंने पड़ोस की छत पर छलांग लगाई। आग में फंसे 65 वर्षीय प्रेमनारायण शिवहरे व 60 वर्षीय राजकुमारी शिवहरे जलकर कंकाल में बदल गए। मोची ओली में हरीश शिवहरे के मकान में आग लगने की सूचना रात 9.18 पर दमकल दस्ते को मिली। आग लगने की खबर मिलते ही दमकल की एक के बाद एक कई गाडिय़ां मौके पर पहुंच गईं और आग पर काबू पाने के लिए रातभर प्रयास करते रहे, लेकिन सुबह 9 बजे आग पर काबू पाया गया। आग पर काबू पाने के बाद दमकलकर्मियों ने मकान में घुसकर बुजुर्ग दंपत्ति की तलाश की तो जीने के पास दंपत्ति के शव पड़े मिले। दमकल अधिकारियों का कहना है कि आग पर काबू पाने के लिए 55 गाड़ी पानी, 500 लीटर फोम का उपयोग किया गया है, इसके अलावा एयरफोर्स से भी एक गाड़ी आई थी।