भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित वन विहार करोड़ों प्रेम कथाओं का साक्षी है। वन विहार ने प्रेम के वह सभी रूप देखें तो शायद कथाओं में भी नहीं मिलते। इसी वन विहार में एक सच्ची प्रेम कथा आज अमर हो गई। यह लव स्टोरी दो इंसानो की नहीं बल्कि दो हिरण प्रजाति के जानवरों की है। वृद्धावस्था में महिला साथी की मृत्यु के बाद पुरुष साथी ने भी प्राण त्याग दिए। यह दोनों 2015 से एक साथ लिव इन रिलेशनशिप में थे।
वन विहार में वर्ष 2015 में कान्हा टाइगर रिजर्व से 7 बारासिंघा वन विहार लाये गये थे, जिनमें यह जोड़ा शामिल था। दोनों हमेशा एक दूजे के साथ रहते थे। दोनों के बीच अटूट प्रेम ने इनके परिवार को वन विहार का सबसे बड़ा परिवार बना लिया था। बारहसिंघा दंपति को मिलाकर परिवार की कुल संख्या 17 हो गई थी।
दोनों काफी वृद्ध हो गए थे। आयु पूर्ण हो जाने के कारण दिनांक 20 फरवरी 2020 को मादा बारहसिंघा ने प्राण त्याग दिए थे। माता के वियोग में पुरुष बारहसिंघा ने भी 26 फरवरी 2020 को प्राण त्याग दिए। पोस्टमार्टम में दोनों की मृत्यु अतिवृद्ध होने के कारण आंतरिक अंगों के काम न करने से पाई गई। राज्य पशु चिकित्सालय, भोपाल के पशु चिकित्सक डॉ. एस.के. तुमड़िया और एसओएस की वन्य-प्राणी चिकित्सक डॉ. ऋचा अग्रवाल ने नर बारासिंघा की मृत्यु को अति-वृद्धावस्था के कारण स्वाभाविक मृत्यु बताया है। संचालक श्रीमती कमलिका मोहंता, सहायक संचालक श्री ए.के. जैन और स्टॉफ की मौजूदगी में मृत बारासिंघा का अग्नि संस्कार कर दिया गया।