भोपाल। अतिथिविद्वानों के संबंध में सरकार जल्द निर्णय लेगी। कांग्रेस पार्टी ने अतिथि विद्वानों को नियमितिकरण का वचन दिया था जिसे अवश्य पूरा किया जाएगा। ये बातें उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने अपने निवास पर महिला अतिथिविद्वानों के एक प्रतिनिधिमंडल से कही।
अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के डॉ सुरजीत भदौरिया के अनुसार अतिथि विद्वान राजधानी भोपाल के शाहजहांनी पार्क में पिछले दो माह से आंदोलनरत है किंतु सरकार ने अब तक अतिथि विद्वान नियमितीकरण के मुद्दे पर कोई प्रगति नही की है। इसी विषय पर आज महिला अतिथि विद्वानों का एक प्रतिनिधिमंडल मंत्री श्री पटवारी से मिला जिसपर मंत्री जी वही रटे रटाये जुमले ही बोले। प्रतिनिधिमंडल में रुचि तिवारी, फरहा नाज़, कुसुम चौधरी, मणि शर्मा एवं अन्य महिला अतिथिविद्वान शामिल है।
3 माह का बजट ऊँट के मुँह में जीरा
अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के डॉ देवराज सिंह ने कहा है कि 8 माह के लंबे अंतराल के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने 3 माह का आधा अधूरा बजट जारी किया गया है। जो ऊंट के मुँह में जीरे के समान है। अब इस तीन माह के अधूरे बजट से अतिथिविद्वान अपने बच्चों की फीस जमा करें या बूढ़े माता पिता की दवाई का इंतज़ाम अथवा अपने जीवन यापन का सामान मुहैय्या करें। जब इतने लंबे अंतराल के बाद बजट जारी किया जा रहा था तो विभाग को पूरा बजट जारी करना चाहिए था।
दो माह से जारी आंदोलन को चौतरफा जनसमर्थन
अतिथिविद्वान नियमितिकरण संघर्ष मोर्चा के मीडिया प्रभारी डॉ आशीष पांडेय में अनुसार अतिथिविद्वानों का शाहजहांनी पार्क का आंदोलन सफलता की एक नए इबारत लिखने वाला है। हमारे आंदोलन को चौतरफा जनसमर्थंन मिल रहा है। सामाजिक संगठनों के साथ साथ विभिन्न राजनैतिक दलों ने अतिथिविद्वानों की इस मुहिम को अपना समर्थं दिया है। सरकार से हमारी केवल एक ही मांग है कि कमलनाथ सरकार चुनाव पूर्व अतिथिविद्वानों से किये वादे को निभाये और वचनपत्र अनुसार हमारा नियमितीकरण करे।