हाजिर जवाबी, मनुष्य के जीवन में हमेशा चमत्कारी परिणाम लाती है। यदि नजरिया निगेटिव है तो बड़ा नुक्सान कराती है परंतु यदि नजरिया पॉजिटव और माइंड क्रिऐटिव है तो सफलता के शिखर तक पहुंचा देती है। लोग उसकी सफलता के कई सारे कारण तलाशते रहते हैं, लेकिन उसके पीछे का असली रहस्य पता नहीं कर पाते, क्योंकि किसी भी इंटरव्यू में कोई भी सफल व्यक्ति अपनी इस खूबी को कभी नहीं बताता, क्योंकि वो सफलता का मूल कारण अपनी 'योग्यता' बताता है। वो बड़ी चतुराई से छुपा जाता है कि उसकी योग्यता से तात्पर्य केवल इतना है कि वो 'हाजिर जवाब है, उसका नजरिया पॉलिटिव है और माइंड क्रिऐटिव।' क्योंकि नॉलेज तो उसके कर्मचारियों में उससे कहीं ज्यादा है।
मक्खन की दुकान में एक युवक सेल्समैन था।
अधेड़ उम्र के ग्राहक ने उससे आधा किलो मक्खन मांगा।
युवक ने बताया कि हमारे यहां सिर्फ 1 किलो के पैकेट है। आधा किलो नहीं मिल सकता।
ग्राहक ने जिद पकड़ ली उसे आधा किलो ही चाहिए।
युवक तिल मिलाता हुआ स्टोर के मालिक के पास पहुंचा और बोला एक गधे को आधा किलो मक्खन चाहिए।
(तभी उसने देखा वह ग्राहक उसके पीछे खड़ा है और उसने सब कुछ सुन लिया है।)
युवक ने बिना अटके कहा और इन अंकल को भी आधा किलो मक्खन चाहिए।
ग्राहक के जाने के बाद स्टोर के मालिक ने कहा कि बेटा आज तेरी हाजिर जवाबी तेरी नौकरी बचा ली। तुम कहां के रहने वाले हो:
युवक ने कहा मैं ब्राजील से हूं जहां या तो वेश्याएं होती है या फिर फुटबॉल खिलाड़ी।
यह सुनते ही स्टोर संचालक हो उदास गया। उसके मुंह से निकल गया (मेरी पत्नी भी ब्राजील से है।)
युवक ने उत्साह पूर्वक पूछा: अरे वाह, किस टीम से खेलती थीं।
वह युवक पहले उस मक्खन की दुकान में पार्टनर बना और अब बड़ी कंपनी का मालिक है।