नई दिल्ली। कुछ समय पहले तक धमाकेदार कारोबार चलने वाली कंपनी ओयो होटल्स की लोकप्रियता में कमी दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि ओयो होटल्स में भारत और चीन में हजारों कर्मचारियों को बिना किसी गलती के नौकरी से बाहर निकाल दिया है। खबर मिली है कि पिछले वित्तीय वर्ष में ओयो होटल्स को काफी नुकसान उठाना पड़ा। ग्राहकों ने काफी शिकायतें की वही भारत के कुछ इलाकों में होटल संचालकों द्वारा ओयो कंपनी पर वादे के अनुसार भुगतान न करने का आरोप लगाया।
जानकारी के मुताबिक सॉफ्टबैंक द्वारा संचालित कंपनी पर संकट के बादल छाए हुए हैं। मामले के जानकार एक सूत्र ने बताया कि कंपनी में चीन में पर्फॉर्मेंस का हवाला देकर पांच फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया तो भारत में 12 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी हुई है। बता दें कि ओयो होटल्स में चीन में लगभग 12 हजार कर्मचारी थे तो वहीं भारत में भी 10 हजार लोग काम करते हैं। कहा जा रहा है कि कंपनी तीन महीने में 1200 और कर्मचारियों की छंटनी करेगी। ओयो की तरफ से लंबे समय से कहा जा रहा है कि कार्य कुशलता में कमी की वजह से कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है।
ओयो के सेल्स, सप्लाइ और ऑपरेशन विभाग में ज्यादातर छंटनी हुई है। यह भी बताया जा रहा है कि ओयो में खाली पद भी भरे जाने की उम्मीद नहीं है। कंपनी के एक अधिकारी के मुताबिक टेक्निकल डिवेलपमेंट की वजह से काम कम हो गया है इसलिए कुछ कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को दूसरे विभागों में भी शिफ्ट किया जा रहा है।
बता दें कि ओयो की ग्रोथ अच्छी थी लेकिन पिछले कुछ समय में ग्राहकों की शिकायतों की वजह से इसकी छवि को धक्का लगा। ग्राहकों की शिकायत थी कि इस चेन के होटल के मालिकों का व्यवहार अच्छा नहीं है। सॉफ्टबैंक ने भी बड़े विजन के साथ इसमें पैसा लगाया था लेकिन खराब होती छवि की वजह से पिछले वित्त वर्ष में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। जिन कर्मचारियों की छंटनी की गई है उनकी सालाना तनख्वाह 10 से 12 लाख के बीच है।