मध्यप्रदेश में शीतकाल अपने चरम पर, पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव

मध्यप्रदेश में शीतकाल (winter season) अपने चरम पर है। 17 जनवरी को राज्य के कई हिस्सों, विशेषकर उत्तरी और पश्चिमी मध्यप्रदेश (जैसे ग्वालियर, भोपाल, इंदौर) में सुबह के समय कोहरा (fog) छाया हुआ था। कोहरे के कारण दृश्यता (visibility) कम रही होगी, जिसने यातायात और दैनिक गतिविधियों को प्रभावित किया होगा।

पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव:
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय हैं, जो हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हल्की बारिश का कारण बन रहे हैं। मध्यप्रदेश में 16 और 17 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कुछ क्षेत्रों (विशेषकर ग्वालियर, चंबल, और सागर संभाग) में हल्की बारिश (light rain) की संभावना जताई गई थी।

क्षेत्रीय विवरण:
भोपाल: सुबह कोहरा और दिन में आंशिक रूप से बादल छाए रहे। तापमान लगभग 8°C (न्यूनतम) से 22°C (अधिकतम) रहा।
इंदौर: ठंडी हवाओं के साथ हल्का कोहरा, तापमान 9°C से 24°C के बीच।
ग्वालियर: उत्तरी मध्यप्रदेश में ठंड अधिक तीव्र थी, न्यूनतम तापमान 6°C के आसपास और कोहरे का प्रभाव।
जबलपुर: मध्य क्षेत्र में हल्के बादल और ठंड, तापमान 10°C से 23°C के बीच।

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