इंदौर। अपने ही विभाग की महिला अधिकारी के यौन उत्पीड़न मामले में प्राथमिक जांच के बाद दोषी पाए जाने पर सस्पेंड किए गए सहकारिता विभाग के डिप्टी कमिश्नर राजेश क्षत्री ने कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए अपनी पत्नी को पीड़ित महिला अफसर से मिलने के लिए भेज दिया। इस हरकत से पीड़ित महिला अफसर और नाराज हो गई। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अगली बार ऐसा कुछ किया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी कमिश्नर की पत्नी ने महिला अधिकारी से माफी मांगी
प्राथमिक जांच में महिला अधिकारी के यौन उत्पीड़न का दोषी पाए गए डिप्टी कमिश्नर राजेश क्षत्री की पत्नी श्रीमती साक्षी सुंदरानी सबसे पहले महिला अफसर की आवास पर पहुंची और उसके बाद डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय जहां महिला अधिकारी कार्यरत है वहां पहुंच गई। उनके साथ डिप्टी कमिश्नर का 10 साल का बेटा भी था। डिप्टी कमिश्नर की पत्नी ने महिला अधिकारी से अपने पति के कृत्य के लिए माफी मांगी एवं शिकायत वापस लेने की मांग की।
यह क्षमा याचना नहीं, दबाव बनाने की कोशिश है: पीड़ित महिला अधिकारी
इस पूरे मामले पर महिला अफसर का कहना है कि मैं अपनी शिकायत कर चुकी हूं। इस पर जांच की जा रही है। उपायुक्त की पत्नी का मेरे घर और फिर दफ्तर आना शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाने की कोशिश है। यह भी एक तरह की मानसिक प्रताड़ना है। सुबह-सुबह अचानक मेरे घर आने से मेरी भी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। आसपास के जिन लोगों को इस घटना का पता नहीं है, इस तरह की हरकत से उनमें भी बेवजह की चर्चा हो रही है। यह एक महिला की सामाजिक प्रतिष्ठा का भी सवाल है। उपायुक्त की पत्नी को समझा दिया है कि उनका इस तरह की हरकत करना अनुचित है। यदि उन्होंने दोबारा ऐसा करने का प्रयास किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।