BLUETOOTH नाम क्यों रखा, जबकि यह ना तो नीला है ना ही दांत, पढ़िए इंटरेस्टिंग स्टोरी | GK IN HINDI

Bhopal Samachar
हाई स्पीड से भाग रही इस दुनिया में एक महत्वपूर्ण कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का नाम है ब्लूटूथ। हम सभी जानते हैं ब्लूटूथ के माध्यम से बड़ी से बड़ी फाइल एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम में भेजी जा सकती है वह भी बिना इंटरनेट के। यानी कि वर्तमान युग में ब्लूटूथ एक और महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी है। सवाल यह है कि यह ना तो ब्लू यानी कि नीला है और ना ही टूथ यानी कि दांत है। दांतो से इसका कोई रिश्ता भी नहीं है। तो फिर इंजीनियर्स ने इसका नाम ब्लूटूथ क्यों रखा। क्या डिवाइस को बनाने वाले इंजीनियर का दांत नीला था। या फिर उसे नीले रंग के दांत अच्छे लगते थे। पढ़िए ब्लूटूथ के नामकरण की इंटरेस्टिंग स्टोरी: 

ब्लूटूथ एक राजा का उपनाम था जो डैनिश साम्राज्य के संगठन के लिए प्रसिद्ध हुआ

स्कैंडिनेवियाई राजा Harald Gormsson को स्न 940 से स्न 986 तक डेनमार्क और नॉर्वे पर शासन के लिए जाना जाता है। राजा Harald स्न 940 में अपने पिता के अधूरे काम जो की था – विभिन्न डैनिश जनजातियों को संगठित करके एक डैनिश साम्राज्य बनाना, को पूरा करने के लिए काफी प्रसिद्द हुआ। भले ही वो इस एकीकरण को कुछ वर्षो तक ही कायम रख पाया।

कई मध्यकालीन शासकों की तरह उसका भी एक उपनाम था : Blatonn जो पुरानी नॉर्स भाषा में, और Blatand डेनिश भाषा में। जिसका मतलब था Bluetooth, उसके उपनाम के सही मूल पर आज भी बहस जारी है, लेकिन बहुत से विद्वानों का मानना है की राजा Harald को Bluetooth कहा जाता था, क्योकि उनके पास एक विशिष्ट मृत दांत था, जो वास्तव में blue रंग का था। 

वायरलेस कम्युनिकेशन का नाम ब्लूटूथ क्यों रखा गया

क्योंकि वो राजा एकता बनाने के लिए प्रसिद्ध हुआ था। और विभिन्न कंपनियों द्वारा बनाए गए वायरलेस कम्युनिकेशन का उद्देश्य भी इसी तरह से एकता बनाए रखना था। 1990 वो समय था जब इंटेल के इंजीनियर Jim Kardach ने कॉर्पोरेट मध्यस्थ की भूमिका निभाते हुए बहुत सारी कंपनियों को एकजुट किया। वो चाहते थे की सभी कंपनिया मिलकर low-power, short-range radio connectivity के लिए उद्योग के व्यापक मानक बनाए। उन्हें Ericsson कंपनी के इंजीनियर Sven Mattisson का बराबर सहयोग मिला। 

एक बार इतिहास पर बातचीत के दौरान Mattisson ने Kardach को बताया की उन्होंने एक किताब पढ़ी, जिसका नाम The Longships by Frans G. Bengtsson था, जिसमे राजा Harald “Bluetooth” Gormsson के शासनकाल के दौरान डेनिश योद्धाओं के एकीकृत करने का विवरण किया गया था। कुछ समय बाद Kardach ने Vikings by Gwyn Jones नामक किताब पढ़ी जिसमे हेराल्ड के शासनकाल को चित्रित किया गया था, जिसे Kardach ने प्रतिस्पर्धा दलों को एक साथ लाने के लिए एक आदर्श प्रतीक के रूप में देखा।

Kardach ने इसके बारे में कहा राजा Harald जो स्कैंडेनेविया को एकजुट करने के लिए प्रसिद्ध हुए। ठीक उसी तरह हमारा उद्देश्य है एक short-range wireless link के साथ PC और Cellular उद्योगों को एकजुट करना ”। “Harald ने डेनमार्क को एकजुट किया।” वायरलेस कम्युनिकेशन डिवाइस भी ऐसा ही करेगी। 

क्या ब्लूटूथ के लोगो की भी कोई कहानी है


ये ऐतिहासिक कहानी यही ख़त्म नहीं होती। Bluetooth का logo लोगो भी “Harald Blatand” से बनाया गया है, इमेज के अनुसार आप देख सकते है की राजा Harald Bluetooth के समय के दो फेमस चिन्हों ᚼ और ᛒ को मिलाकर Bluetooth का logo तैयार किया गया है, जिसमे ᚼ का मतलब “H” और ᛒ का मतलब “B” से है। इन दोनों के सम्मिलित रूप को ब्लू बैकग्राउंड के साथ मिलाने पर आपको Bluetooth का परिचित logo मिलेगा।
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