माननीय कमलनाथ जी, मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश शासन। महोदय, मंत्रिपरिषद द्वारा 11 दिसंबर 2019 को लिऐ गए निर्णय के बाद भी उच्च शिक्षा विभाग द्वारा लगभग 2800 अतिथि विद्वानों को बाहर कर दिया गया। जबकि माननीय मंत्री परिषद के निर्णय में वर्णन है कि नियमित भर्ती के बाद भी यथावत बने रहेंगे। उसके बाद भी विभाग द्वारा कोई आदेश जारी नहीं करने के कारण प्राचार्यों द्वारा सेवाएं समाप्त कर दी गयी है।
2- यह कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा 23 जनवरी,2020 को पत्र जारी कर चॉइस फिलिंग के माध्यम से मात्र 680 लोगों की ही वापस सेवा में लिया जाएगा के लिए पद दिए गए हैं जो अमानवीय है। विभाग द्वारा बार-बार नया नया विवाद खड़ा किया जा रहा है। मात्र 680 अतिथि विद्वानों को वापस लेना विधि संगत नहीं है।
अतः माननीय महोदय से निवेदन है कि फालेन आउट एवं आन्दोलन के कारण निकाले गए सभी अतिथि विद्वानों को तत्काल महाविद्यालय आवंटित कर सेवा में लेने के दिशा निर्देश जारी करने की कृपा करें।
धन्यवाद
डॉ.अजब सिंह, अतिथि विद्वान– वाणिज्य
142, पोद्दार कालोनी सागर,मध्य प्रदेश
मोबाइल 989356045
सदस्य - अस्थाई प्राध्यापक संघ (अतिथि विद्वान)