इंदौर। भूमाफियाओं पर नगर निगम, पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई मंगलवार को भी जारी रही। इस बार निगम की जेसीबी के पंजे में भूमाफिया बॉबी छाबड़ा का ऑफिस आ गया। महालक्ष्मी नगर स्थित बाॅबी के ऑफिस को निगम ने पुलिस की मौजूदगी में जमींदोज कर दिया। करीब एक घंटे तक चली कार्रवाई में ऑफिस के अलावा यहां मौजूद अन्य निर्माण भी मलबे में तब्दील हो गए। बाॅबी ने जमीनों की अवैध रूप से खरीद-फरोख्त में लिप्त होने के साथ ही कई गृह निर्माण सोसायटियों में भी बड़ी मात्रा में फर्जीवाड़ा किया है।
21 संस्थाओं में से कई में बॉबी छाबड़ा का दखल
प्रशासन ने कार्रवाई के लिए पहले से एक सूची तैयार की थी, जिस पर लिखा था कि भूमाफिया वाली संस्थाएं। इसमें जागृति, सविता, मजदूर पंचायत, श्रीराम, आकाश, कर्मचारी, देवी अहिल्या श्रमिक कामगार, ग्रीनपार्क, सर्वानंद, गजानंद, शीतल नगर, गोमटेश, माया गृह, आदर्श भूतपूर्व सैनिक, नंद, रघुवीर, कविता, विकास, कसेरा, टेलीकॉम और ईशकृपा गृह निर्माण सहकारी जैसी सभी चर्चित संस्थाएं शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर में बॉबी छाबड़ा का हस्तक्षेप है।
गजानन गृह निर्माण सहकारी संस्था से भूमाफिया बॉबी छाबड़ा जुड़ा है। खसरा नंबर 1460 की 7.6 एकड़ जमीन पर उक्त सहकारी संस्था बनाई गई थी। यहां सरकारी मंदिर की जमीन पर छाबड़ा ने प्लॉट काट दिए। जो खसरा नंबर संस्था का बताया जा रहा है उसे नजूल की जमीन भी बताया जा रहा है। आरोप है कि संस्था के सदस्याें को धोखे में रखकर कॉलोनी काटी, प्लाॅट के नाम पर सदस्यों से पैसा लिया और हड़प लिया।
पैसा जमा कराने के बाद किसी दूसरे को बेच दिए प्लॉट
ईशकृपा सहकारी संस्था में 157 सदस्यों को प्लॉट मिलने थे लेकिन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दूसरे लोगों को जमीन बेच दी गई। इस संस्था के अध्यक्ष राजेश पुत्र प्रेमचंद गोयल हैं। इस मामले में विजय नगर पुलिस में पूर्व में शिकायत भी की गई थी। कविता कोऑपरेट और हाउसिंग सोसायटी के दिनेश चितलागिया के खिलाफ प्रशासन को शिकायत प्राप्त हुई थी। संस्था के सदस्यों को तेजपुर गड़बड़ी में 609 प्लॉटों का आवंटन किया जाना था। 1985 में संस्था के सदस्यों ने इसके लिए पैसा भी जमा करा दिया था लेकिन आज तक उन्हें प्लॉट नहीं मिल सके। आरोप है कि संस्था के अध्यक्ष ने धोखाधड़ी करते हुए अन्य लोगों को प्लॉट बेच दिए।