सिहोरा। 23 नबंवर को ऋषि की गोली मारकर हत्या करने वाला रावण करीब 20 दिन के बाद पुलिस की पकड़ आया जो इंदौर में छुपा हुआ था पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि यह गोलीकांड महज लोगों में नाम की दहशत फैलाने और रंगदारी बसूलने के लिए किया गया था।
परिस्थिति जन्य साक्ष्य एंव साईंटीफिक इन्वेस्टीगेशन के आधार पर तीनो आरोपी ऋषभ शर्मा उर्फ रावण पंडित पिता अशोक शर्मा उम्र 22 साल निवासी गांधीग्राम बुढागर, आशीष काछी उर्फ राज पंडित पिता अशोक उर्फ मारु काछी उम्र 29 साल निवासी खाले मोहल्ला लोहारी थाना मझौली एंव अंचल नामदेव पिता अरुण नामदेव उम्र 22 साल निवासी नई बस्ती नं. 02 गोहलपुर को पकडा जाकर सघन पुछताछ की गई। पूछताछ करने पर ऋषभ शर्मा , आशीष काछी एंव अंचल नामदेव ने बताया की लगभग एक माह पहले ऋषि असाटी से रंगदारी के 02 लाख रुपये वसूलने की योजना बनाई थी की पैसे न देने पर उसको मार देंगे इसके लिये उन्होने लगभग 20 दिन पूर्व मृतक ऋषि असाटी से फोन पर 02 लाख रुपये देने की मांग की थी किंतु मृतक ने देने से मना कर दिया, जिसके चलते उससे पुनः रुपये मांगें, रुपये न देने पर उसे मारकर क्षेत्र मे दहशत फैलाने व नाम करने के उद्देश्य से दिनांक 23/11/19 को ऋषभ शर्मा एंव आशीष काछी ने बुढागर स्थित संदीप चौरसिया के ढाबे में बैठकर रात्रि में काम को अंजाम देने की योजना बनाई थी।
ऋषभ शर्मा ने बताया कि योजना के अनुसार दिनांक 23/11/19 को रात्रि लगभग 11.30 बजे जब ऋषि असाटी ढाबा बंद करके घर की तरफ जा रहा था तो वह आशीष काछी के साथ पहले से ही घात लगाकर घर के पास इंतजार कर रहा था, जैसे ही ऋषि असाटी के घर के पास पहूँचा तो उसने और आशीष काछी ने ऋषि असाटी पर पिस्टल तान कर रोक कर पैसो की मांग की, ऋषि द्वारा मना कर घर में माँ को आवाज लगाने लगा, पकडे जाने के डर से ऋषि के माथे में पिस्टल से गोली मार दी व आशीष काछी की काले रंग की सी.डी. डीलक्स बिना नम्बर की बाईक से भाग निकले, योजना अनुसार कटंगी बायपास पर सहयोगी अंचल नामदेव अपनी एक्टिवा से पूर्व से ही इंतजार कर रहा था दोनो ने अपनी बाईक कठोदा बाईपास पर स्थित झाडियो मेंं फेंक दी और अंचल नामदेव की एक्टिवा में बैठकर तीनों जबलपुर रेल्वे स्टेशन मदनमहल पहुंचे जहॉ कोई ट्रेन न मिलने पर तुरंत मुख्य स्टेशन जबलपुर पहुंचे अंचल नामदेव हमें ट्रेन मे बैठाकर पुनः घर लौट गया। दोनो काशी एक्सप्रेस से प्रयागराज उत्तर प्रदेश पहुंचे, एक दिन रूकने के बाद दोनो दिल्ली चले गये तथा दिल्ली में एक दिन रूककर पंजाब चले गये जहॉ 10-‘12 दिन रूकने के बाद हथियार बेचने इंद्रौर आये थे।
उल्लेखनीय है कि टीम के द्वारा लगातार आरोपियों का पीछा किया जा रहा था, जैसे ही जानकारी लगी कि दोनो आरोपी इंदौर में हैं, पतासाजी कर ़ऋषभ शर्मा एवं आशीष काछी को इंदौर में हथियार बेचने को सौदा करते हुये पकडा गया।
कौन है रावण पंडित
नशा और आवारगी करने की लत से ऋषभ शर्मा खुद को रावण पंडित मानने लगा और लोगों में अपनी धाक बताने के लिए फेसबुक पर कट्टा लेकर अलग अलग पोज में फ़ोटो पोस्ट कर लोगों को डरने के लिए कहने लगा, ऋषभ के फेसबुक में जो जानकारी लिखी है उससे यह ही कहा जा सकता है कि क्षेत्र में दहशत और खुद को ताकतवर दिखाने का नशा दिमाग मे भरा हुआ था जिसने यूनिवर्सिटी का नाम गैंगेस्टर यूनिवर्सिटी , वर्क में गैंग लीडर , निक नेम रावण पंडित लिखा है जो आखिरकार पुलिस की भेंट चढ़ ही गया।
आपराधिक रिकॉर्ड
गिरफ्तार आरोपियों का पहले से ही आपराधिक रेकॉर्ड रहा है जो क्षेत्र में अपनी धाक जमाने के लिए अपराध करते रहते थे जिसमे मुख्य आरोपी ऋषभ शर्मा पर अपराध क्रमांक 605/18 धारा 25,27 आर्म्स एक्ट (थाना आधारताल), आशीष काछी पर अपराध क्रमांक 198/14 धारा 147,148, 149, 341, 307, 302, 325 भा.द.वि. सहित कई संगीन मामले दर्ज हैं
ये हुआ बरामद
- घटना मे प्रयुक्त देशी 02 पिस्टल, 18 कारतूस, 02 टू व्हीलर, बिना नंबर की सीडी .डिलक्स लाल काले रंग की, एक्टिवा क्रमांक एम.पी.20 एस.जे. 6344, दो मोबाईल फोन।
यह था घटनाक्रम
गोसलपुर थाना क्षेत्र के ग्राम गांधीग्राम बुढागर में ढाबा संचालक ऋषि असाटी पिता पुरषोतम असाटी उम्र 25 वर्ष जब शनिवार मध्यरात्रि के आसपास ढाबा बन्द करके घर पहुँचा और घर का दरवाजा खुलवाने आवाज लगाई, उसी दौरान अज्ञात तत्वों ने उसे गोली मार दी बताया जा रहा है जबकी बदमाशो ने युवक के माथे पर गोली मारी जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना 23 नवंबर 2019 शनिवार की रात्रि 12 बजे के आसपास बताई जा रही है घटना के संबंध में मृतक ऋषि असाटी के पिता पुरषोत्तम असाटी ने बताया कि तेज आवाज से लगा कि गोली चली है।उठकर देखा कि ऋषि लहूलुहान अवस्था में गेट की दीवार से चिपका पड़ा था और काफी मात्रा में खून बह रहा था। खून अधिक मात्रा में पाए जाने से घटना स्थल पर ही मौत हो गई। उसे तुरंत निजी वाहन से मेडिकल अस्पताल जबलपुर भिजवाया।मौके पर एसडीओपी सिहोरा भावना मरावी गोसलपुर थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर रहे हैं।
इनकी रही भूमिका-
आरोपियो की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी गोसलपुर सुश्री सारिका पांडे, उनि सतीश तिवारी, उनि रितेश पांडे, क्राईम ब्रांच के उप पुलिस अध्व्चीक्षक देवेन्द्र सिंह धुर्वे, आरक्षक अमित रैकवार थाना खितौला, पीएसआई अमित श्रीवास्तव थाना तिलवारा, आरक्षक साईबर सेल के आरक्षक आदित्य कुमार, थाना गोसलपुर के आरक्षक भरत अवस्थी, सत्येन्द्र बिसेन की उल्लेखनीय भूमिका रही।