इंदौर। टैगोर कॉलेज (Tagore College) में गड़बड़ी को लेकर उच्च शिक्षा विभाग सख्त नजर आ रहा है। विभाग ने कॉलेज की ऑटोनॉमी (Autonomy) खत्म करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission) को पत्र लिखा है। साथ ही एक फाइल भेजी है। जिसमें विभाग ने कॉलेज से जुड़ी गड़बड़ी का जिक्र किया है। इसके अलावा देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Devi Ahilya University) को बाकी कोर्स की संबद्धता खत्म करने के निर्देश दिए हैं।
टैगोर कॉलेज से बीएड करने वाले विद्यार्थियों को अब तक मार्कशीट नहीं मिली है। विद्यार्थियों ने कॉलेज संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पिछले महीने संचालक से प्रताड़ित होकर एक छात्र ने जहर खा लिया था। इसके बाद से विद्यार्थी काफी नाराज है और उन्होंने कॉलेज की खामियां उजागर की हैं। यहां तक कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी ने भी कॉलेज की अनियमितता के बारे में रिपोर्ट बनाकर दी है। बीते दिनों यहां से बीएड करने वाले विद्यार्थियों ने अतिरिक्त संचालक डॉ. आरसी जाटव के कार्यालय का घेराव किया था। विद्यार्थियों की मांग थी कि उनका एडमिशन दूसरे कॉलेज में ट्रांसफर किया जाए। साथ ही कॉलेज की मान्यता और ऑटोनॉमी खत्म हो।
मामले में विभाग ने नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) को पिछले सप्ताह मान्यता खत्म करने का प्रस्ताव भेजा था। जबकि शनिवार को विभाग ने यूजीसी से भी ऑटोनॉमी खत्म करने का जिक्र किया है। विभाग के ओएसडी डॉ. धीरेंद्र शुक्ला ने बताया कि कॉलेज की मान्यता और ऑटोनॉमी खत्म करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दोनों संस्थानों की तरफ से जवाब आना बाकी है।