इंदौर। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में शुक्रवार को इंदौर की मस्जिदों में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। नीमच और मंदसौर में कानून के विरोध में ज्ञापन सौंपा गया। हालांकि मालवा-निमाड़ में सीएए के विरोध के मध्य शांति कायम है। वहीं विरोध को देखते हुए पुलिस और प्रशासन का अमला हाई अलर्ट पर है।शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद इंदौर की कई मस्जिदों में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।
मस्जिदों से अपील की गई कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आंदोलन की तरह सीएए का विरोध पूर्णत: शांतिपूर्ण तरीके से किया जाए। नमाज के बाद लोगों ने कानून के विरोध में हस्ताक्षर किए और अपने-अपने घर लौट गए। सुन्नी आइम्मा काउंसिल के सचिव मोहम्मद आरिफ बरकाती का कहना है कि वर्तमान में मुल्क के हालात अच्छे नहीं है। इसकी वजह केन्द्र सरकार द्वारा हाल में जारी किया गया कानून है। इस कानून की कोई जरूरत नहीं थी। इस कानून से देश के हालात खराब हुए जिसकी जिम्मेदारी भारत सरकार की है। भारत में लोकतंत्र है अत: सरकार को वह कदम उठाना चाहिए जिसे आवाम पसंद करे। सीएए संविधान के खिलाफ है। हम संविधान में यकीन रखते है, यह विरोध जारी रहेगा लेकिन इसमें कहीं भी शांति भंग नहीं होगी।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश भर में हो रहे विरोध को देखते हुए इंदौर में भी पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है। आला अफसरों के साफ निर्देश है कि किसी भी हालत में शांति व्यवस्था बिगड़ना नहीं चाहिए। पुलिस की सायबर टीम इंटरनेट पेट्रोलिंग कर रही है। पुलिस ने अपील की है कि किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक या शांति व्यवस्था को भंग करने वाला मैसेज नहीं चलाए। भड़काऊ मैसेज की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम के साथ ही 7049124445 और 7049104444 पर दी जा सकती है।