भोपाल। विश्व हिंदू परिषद के नेता एवं भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सांसद बनी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को आज लोकसभा में दूसरी बार माफी मांगनी पड़ी। इसी के साथ प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ संगठन में कड़ी कार्रवाई की चर्चाएं शुरू हो गई। गुस्साई सांसद प्रज्ञा ठाकुर दिल्ली से भोपाल आई और सीधे कमला नगर थाने पहुंचकर कांग्रेस सांसद गोवर्धन दांगी के खिलाफ FIR की मांग की। जब पुलिस ने मामला दर्ज करने से मना किया तो वहीं धरने पर बैठ गई। करीब 1 घंटे थाने के सामने धरने पर बैठे रहने के बाद अपने आप ही उठ कर चली गई।
सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भोपाल में क्या किया
भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर शनिवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कमला नगर पुलिस स्टेशन पहुंची और कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही. लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया। इसके बाद वो तीन घंटे तक थाने में मौजूद रहीं, इस दौरान वहां जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान पुलिस ने साध्वी से पुलिस के आला अधिकारी लगातार उनसे लिखित शिकायत देने की मांग करते रहे लेकिन उन्होंने कहा कि बिना लिखित आवेदन के एफआईआर दर्ज कीजिए। इसे लेकर काफी देर तक साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और पुलिस अधिकारियों के बीच बहस होती रही। आखिरकार तीन घंटे तक एफआईआर दर्ज ना होने के कारण प्रज्ञा सिंह ठाकुर पुलिस थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गईं। करीब 1 घंटे तक धरने पर बैठी रही और फिर उठ कर चली गई।
कांग्रेसी विधायक गोवर्धन दांगी के खिलाफ FIR क्यों कराना चाहती है प्रज्ञा ठाकुर
पिछले दिनों लोकसभा में सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। उनका यह बयान रिकॉर्ड से निकाल दिया गया था। इसके बाद यह मामला सारे देश की सुर्खियों में आ गया था। कांग्रेस ने देश भर में प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ प्रदर्शन किए थे। मध्य प्रदेश की ब्यावरा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने भी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का पुतला जलाया था। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि यदि प्रज्ञा सिंह ठाकुर कभी यहां आई तो हम उन्हें जिंदा भी जला देंगे।
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था: 8 तारीख को आ रही हूं, जला लीजिए
कांग्रेस विधायक के इस बयान के बाद सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने किसी भी प्रकार की कार्रवाई के लिए कोई शिकायत नहीं की। एक बयान दिया था: कांग्रेसियों को जिंदा जलाने का पुराना अनुभव है1984 मैं सिखों को और नैना साहनी को तंदूर में जलाने तक का। राहुल गांधी ने आतंकी कहा और उनके विधायक गोवर्धन दांगी मुझे जलाएंगे।ठीक है तो मैं आ रही हूं ब्यावरा उनके निवास मुल्तानपुरा पर दिनांक 8 दिसंबर 2019 समय सायं 4:00 बजे जला लीजिए।
कांग्रेसियों को जिंदा जलाने का पुराना अनुभव है1984 मैं सिखों को और नैना साहनी को तंदूर में जलाने तक का।@RahulGandhi ने आतंकी कहा और उनके विधायक गोवर्धन दांगी मुझे जलाएंगे।ठीक है तो मैं आ रही हूं ब्यावरा उनके निवास मुल्तानपुरा पर दिनांक 8 दिसंबर 2019 समय सायं 4:00 बजे जला लीजिए— Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) November 30, 2019
प्रज्ञा सिंह ठाकुर: आज लोकसभा में क्या हुआ
लोकसभा में आज प्रज्ञा सिंह ठाकुर को दोबारा माफी मांगनी पड़ी। बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, '27 नवंबर को एसपीजी अमेंडमेंड बिल 2019 पर चर्चा के दौरान मैंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त नहीं कहा। यहां तक कि मैंने अपने बयान में उनका नाम तक नहीं लिया। अगर मेरी वजह से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो मैं दोबारा माफी मांगती हूं।'
प्रज्ञा सिंह ठाकुर को दोबारा माफी क्यों मांगी पड़ी
दरअसल पिछली बार जब प्रज्ञा सिंह ठाकुर माफी मांगी थी तो उन्होंने कहा था कि उनकी बात को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया भी दे दीजिए। विपक्ष का कहना था कि माफी बिना किसी किंतु-परंतु के होना चाहिए। इसी के चलते प्रज्ञा सिंह ठाकुर को आज बिना किसी किंतु-परंतु के दोबारा माफी मांगने पड़ी।
विधायक गोवर्धन दांगी माफी मांग चुके
बताने की विधायक गोवर्धन दांगी द्वारा प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जिंदा जलाने की धमकी देने के बाद जब प्रज्ञा सिंह ठाकुर उस पर प्रतिक्रिया दी तो विधायक गोवर्धन सिंह दांगी ने अपने बयान के लिए बिना शर्त माफी मांग ली थी। कल 8 दिसंबर है। प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान के अनुसार उन्हें ब्यावरा जाना है परंतु इससे पहले 7 दिसंबर की रात अचानक उन्होंने भोपाल के कमला नगर थाने पहुंचकर विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग कर डाली।
धरने पर बैठी थी तो उठ क्यों गई
अब बड़ा सवाल यह है कि जब सांसद प्रत्याशी कांग्रेस विधायक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग को लेकर धरने पर बैठ ही गई थी तो फिर उठ क्यों गई। वैसे धरना प्रदर्शन के समय उनके साथ भारतीय जनता पार्टी की प्रमुख नेता नहीं थे। शायद उन्होंने यह सब कुछ बिना पार्टी को सूचना दिए कर दिया। धरना खत्म करने के बाद प्रज्ञा सिंह ठाकुर में सिर्फ इतना कहा कि हमारे पास न्याय के लिए लड़ने के दूसरे रास्ते भी हैं।