भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक सामान्य से हादसे में 75 वर्षीय वृद्ध की दर्दनाक मौत हो गई। वो बाइक पर सवार होकर जा रहे थे। उन्होंने शॉल ओढ़ रखा था। उनके शॉल का एक कौना बाइक की चैन में फंस गया। पलक झपकते ही उनके सिर, धड़ से टूटकर अलग जा गिरा। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
75 वर्षीय बुद्धराम उइके ग्राम बसाया बिलखिरिया में रहते थे। वह पिछले कुछ दिन से ठंड होने के कारण अपने नाती प्रकाश उइके के पास पिपलानी दुर्गा मंदिर के पास रहने आ गए थे। वह सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के 300 रुपए लेने के लिए अपने नाती गुड्डू उइके साथ पिपलानी से बिलखिरिया बैंक बाइक पर बैठकर निकले थे। गुड्डू बाइक चला रहा था और बुद्धराम शॉल ओढ़कर पीछे बैठ गए थे। उन्होंने गले पर शॉल को लपेट रखा था।
बिलखिरिया टीआई लोकेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि वह घर से निकलकर नया बायपास विष्णु ढाबे पर पहुंचे थे तभी उनकी शॉल का कोना बाइक की चेन में जाकर फंस गया। वह कुछ कह पाते या शोर मचा पाते इससे पहले उनका सिर धड़ से दूर जाकर गिर गया। लोगों ने पुलिस को सूचना दी और उनके शव को हमीदिया अस्पताल पीएम के लिए भिजवाया।
धड़ से पांच फीट दूर जाकर गिरा सिर
प्रकाश उइके ने बताया कि गला शॉल से कटने के बाद बाइक को रोका तो धड़ से सिर करीब पांच फीट दूर जाकर गिरा था। इधर, हमीदिया अस्पताल में पीएम होने के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। मृतक बुद्घराम उइके के दो बेटे हैं। सब साथ में ही रहते हैं।
दो बार टोका था शॉल संभालना
बाइक चला रहे गुड्डू उइके ने बताया कि मैंने बाबा को दो बार बाइक चलाते समय बोला था कि शॉल का कोना नीचे लटक रहा है। उसको ऊपर कर लेना। इससे पहले भी हम उनको बाइक पर इसी तरह बैठाकर ले जाते थे पर ऐसी दिक्कत नहीं हुई। वह रोजाना पेंशन लेने की बात कह रहे थे इसलिए शनिवार को सुबह ही उनको लेकर बैंक के लिए निकला था।