SDO बर्मन, डिप्टी रेंजर बड़ोले और अजमेरा के खिलाफ रिश्वतखोरी का मामला दर्ज | INDORE NEWS


इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने इंदौर-चोरल रेंज के एसडीओ एल्विन बर्मन, डिप्टी रेंजर भगवान बड़ोले और शुभम अजमेरा (SDO Alvin Burman, Deputy Ranger Bhagwan Badole, Against Shubham Ajmera) नामक मध्यस्थ के खिलाफ स्कूल संचालक से रिश्वत मांगने का केस दर्ज (Bribery case registered) किया है। स्कूल संचालक की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने एसडीओ और साथियों को ट्रैप करने की दो बार कोशिश की, पर तब एसडीओ ने फोन नहीं उठाया।





फिर शिकायतकर्ता को रिकॉर्डिंग मशीन दी। एसडीओ ने शिकायतकर्ता को दो दिन पहले सत्य साईं चौराहे पर बुलाया और करीब पौन घंटे तक उनसे रिश्वत के 12 लाख देने की मांग करते रहे। रिकॉर्डिंग सत्यापित होने के बाद गुरुवार को केस दर्ज हुआ। लोकायुक्त एसपी सव्यसाची सराफ के मुताबिक, विनय तिवारी ने शिकायत की थी कि एसडीओ खुद डिप्टी रेंजर के जरिए रिश्वत देने का दबाव बना रहे हैं। उनका एरोड्रम रोड पर नेशनल पब्लिक स्कूल (National Public School) है। स्कूल का कुछ हिस्सा वन विभाग की जमीन पर बना होने का बोलकर बिल्डिंग तोड़ने की धमकी दे रहे हैं।

बर्मन: तुम तो बहुत बड़े व्यक्ति हो। हमने तुम्हारे बारे में पता किया है। तुम हमको दो-तीन लाख रुपए देकर केस खत्म करवाना चाहते हो?
तिवारी: नहीं, सर पूरा मामला ही गलत है।
बर्मन: जिस जमीन पर तुम्हारी बिल्डिंग बनी हुई है, उसका भाव बाजार में तीन हजार रुपए स्क्वेयर फीट से कम नहीं है। तुमने विभाग की जमीन को मिलाकर करोड़ों रुपए की जमीन तो वैसे ही हासिल कर रखी है। (रिकॉर्डिंग में उनके साथ बड़ोले और अजमेरा हामी भरते सुनाई दिए)
बर्मन:  12 लाख रुपए तो कम से कम देना होंगे। इससे कम में तो बात नहीं बनेगी। इतना पैसा नहीं दिया तो बिल्डिंग तोड़ना पड़ेगी। हम नपती भी करेंगे।
तिवारी: आप पूरे दस्तावेज चेक कर लीजिए। नपती पहले भी हो चुकी है। हमने विभाग की जमीन पर कब्जा ही नहीं किया है।
बर्मन: हमारी जमीन पर ही बिल्डिंग बनी है।
(सत्य साईं चौराहे पर हुई इस 45 की बातचीत के ये अंश हैं। हालांकि बाद में भास्कर से चर्चा में बर्मन रिश्वत की बात से मुकर गए। बोले- मैंने किसी से रिश्वत नहीं मांगी, मामले की मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है)

बड़ोले के खिलाफ पांच महीने में दूसरा मामला

डिप्टी रेंजर बड़ोले के खिलाफ पांच महीने में लोकायुक्त ने दूसरा मामला दर्ज किया है। इसके पहले कम्पेल में मजदूरों के नाम बदलकर फर्जी मजदूरों की लिस्ट बैंक में लगाकर पैसा हड़पने की शिकायत हुई थी। लाखों रुपए हड़पने के मामले में लोकायुक्त जांच चल रही है।

पांच साल पहले भी हो चुकी है स्कूल की नपती

नेशनल पब्लिक स्कूल की जमीन को लेकर लंबे समय से वन विभाग और स्कूल संचालकों के बीच तनातनी चल रहा है। बिजासन रमणा बीट में कितनी जमीन विभाग की और कितनी निजी, इसको लेकर पांच साल पहले भी विवाद हुआ था। तब स्कूल की नपती तत्कालीन एसडीओ, रेंजर ने की थी। उस वक्त भी विभाग ने खुद की जमीन पर अतिक्रमण के आरोप लगाए थे।

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