भोपाल। कांग्रेस के दो दिग्गज नेता मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच ठनी रार अब जगत प्रसिद्ध हो गई है। रूठते रूठते यह रिश्ता अब टूटने की कगार पर आ गया है। इसे बचाने के लिए राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं। बता देंगे विवेक तन्खा को कमलनाथ कैंप का नेता माना जाता है लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी उनके अच्छे संबंध है।
सिंधिया की छावनी में विद्रोह की रणनीति बन रही है
ट्विटर पर अपना परिचय बदलने के बाद दल बदल की खबरों पर विराम लगाने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भले ही एक बयान दे दिया हो लेकिन सिंधिया की छावनी में विद्रोह की रणनीति बन रही है। ना केवल विधायकों की गिनती की गई बल्कि उनका मन भी टटोला गया। एक तरह की रायशुमारी हुई कि यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया कोई कड़ा कदम उठाते हैं तो कितने विधायक निष्ठा पूर्वक उनके साथ होंगे और अपना पद त्यागने के लिए तैयार हो जाएंगे।
कमलनाथ की ओर से सांसद विवेक तन्खा मिलने जाएंगे
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि जबलपुर के कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा नेट ज्योतिरादित्य सिंधिया से फोन पर बात करके मिलने का समय सुनिश्चित किया है। जल्द ही हो ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने जाएंगे। यह मुलाकात दिल्ली में होगी। सांसद विवेक तन्खा को विश्वास है कि वह दोनों नेताओं को एक बार फिर एक साथ ले आएंगे।