मरने से पहले गर्लफ्रेंड का नाम बता गया, फिर खुला हत्या का राज | JABALPUR NEWS

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जबलपुर। यह एक अंधे कत्ल का मामला था जो लार्डगंज थाना पुलिस के लिए सिरदर्द साबित होने वाला था। हत्या इतनी चतुराई के साथ की गई थी कि मौके पर ना तो कोई सबूत था और ना ही गवाह परंतु कहते हैं कि अपराध कभी छुपता नहीं है। मृतक थोड़ी देर के लिए होश में आया और अपनी गर्लफ्रेंड की तरफ इशारा करने के बाद मर गया।

दीपावली की रात मृतक अवध नरेश तिवारी (Awadh Naresh Tiwari) शराब के नशे में घूम रहा था, जिसे नाबालिग ने काम के बहाने अपने साथ चलने कहा। जबकि शहर के बाहर पहुंच कर उसने ऑटो चालक अवध नरेश तिवारी की पीठ में चाकू घोंप दिया और फरार हो गया। रास्‍ते से गुजर रहे लोगों ने सड़क हादसे में घायल होने की आशंका के चलते उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान दूसरे दिन उसकी मौत हो गई।

पुलिस की जांच में हुआ ये खुलासा

मामला संदिग्ध था इसलिए पुलिस ने अवध नरेश के शव का पोस्‍टमार्टम करवाया जिसमें पता चला कि उसकी पीठ में चाकू के निशान हैं, लिहाजा मामला गहरा गया। मृतक अवध नरेश तिवारी की पत्नी ने पुलिस को बताया कि अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उसे कुछ देर के लिए होश आया था और उसने बताया कि गीता चक्रवर्ती, उसका पति मद्दे चक्रवर्ती, जगदीश चक्रवर्ती (Geeta Chakraborty, Madde Chakraborty, Jagdish) और एक नाबालिग ने उसकी हत्या करने के लिए चाकू से मारा है। इसके बाद पुलिस ने गीता और उसके पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपराध की पूरी दास्तां बता दी।

नशे में धुत्त होकर करता था परेशान

पुलिस ने वारदात के संबंध में गीता चक्रवर्ती, मद्दू चक्रवर्ती, जगदीश चक्रवर्ती से कड़ी पूछताछ की, जिसमें गीता चक्रवर्ती ने अवध नरेश तिवारी की हत्या करवाना स्वीकार करते हुए बताया कि वह अवध को पिछले 10-12 साल से जानती है, क्‍योंकि वह उसके घर में शराब सप्लाई करता था। पति मद्दू चक्रवर्ती की दिमागी एवं शारीरिक हालत ठीक न होने व हमेशा बीमार रहने से अवध नरेश तिवारी उर्फ शिवा से उसके प्रेम संबध बन गए। शिवा उसके घर में रात में छिप-छिप कर आकर मिलने लगा। यह बात जब बच्चों व परिवार वालों को पता चली तो सभी इस बात का विरोध करने लगे व घर में झगड़ा होने लगा तो उसने अवध नरेश तिवारी को घर आने से मना कर दिया।

इसके अलावा घर वालों ने भी उसको कई बार समझाया कि घर मत आया करो, लेकिन वह नहीं माना व हमेशा शराब पीकर घर के बाहर आकर खड़ा हो जाता तथा गाली गलौज करते हुए अपने साथ चलने को कहता था। परेशान होकर उसने शिवा को मरवाने की ठान ली तथा एक-दो परिचित लोगो से चर्चा की पर वे तैयार नहीं हुए। इसी दौरान उसे पता चला कि देवर जगदीश चक्रवर्ती के घर पर किराए पर रहने वाले 17 वर्षीय लड़के का अवध नरेश से विवाद हुआ था, जिसके बाद उसने नाबालिग को हत्या करने के लिए तैयार कर लिया। 35 हजार रुपए में नाबालिग से अवध नरेश को मौत के घाट उतारने का सौदा किया।

दीपावली की एक रात पहले उतारा मौत के घाट

हत्या की प्लानिंग करने के बाद नाबालिग लड़के ने अवध नरेश उर्फ शिवा तिवारी से दोस्ती कर ली और 26 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे जब अवध नरेश तिवारी मोहल्ले में ऑटो लेकर आया तो युवक उसे सामान ले जाने के बहाने ऑटो सहित भूलन ले गया। जबकि रास्‍ते में उसने शिवा को चाकू मार दिया। दूसरे दिन पता चला की अवध नरेश तिवारी की मेडिकल में मौत हो गई है। इसके बाद गीता ने 35 हजार रुपए वादे के मुताबिक उसे दे दिए। पुलिस ने गीता के बयान के आधार पर नाबालिग युवक को गिरफ्तार किया।
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