ग्वालियर। घर से शैम्पू लेने निकली 21वर्षीय युवती को दो युवक ने उसके भाई के बारे में पूछताछ करने रोका फिर रुमाल सुंघाकर बेहोश कर अपने साथ ले गए। एक दिन अपने घर पर बंधक बनाकर रखा। युवकों की मां ने नींद की गोली खिलाई। 4 दिन बाद जब युवती को होश आया तो वह दिल्ली में थी। यहां उसे बेचने की तैयारी चल रही थी, ग्राहक बुलाए जा रहे थे। इसी बीच गोला का मंदिर पुलिस ने दबिश देकर युवती को बरामद किया। दोनों आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
घटना 30 अक्टूबर गोला का मंदिर इलाके की है। फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है। गोला का मंदिर थानाक्षेत्र स्थित सैनिक कॉलोनी निवासी 21 वर्षीय रानी (परिवर्तित नाम) बीए की छात्रा है। दो दिन पहले उसे दिल्ली से पुलिस ने बरामद किया है। पीड़िता ने अपने साथ हुई घटना की पूरी कहानी बंया की है। उसने बताया कि 30 अक्टूबर को जब वह शैम्पू का पाउच लेने जा रही थी तभी रास्ते में उसे ओमकार राजावत व ठकुरी कुशवाह (Omkar Rajawat and Thakuri Kushwaha) मिले। पहले उसके भाई के बारे में पूछा, जब वह जवाब देने के लिए पास आई तो उन्होंने मुंह पर रुमाल रख दिया। इसके बाद उसे कुछ याद नहीं रहा, जब आंख खुली तो वह ओमकार के घर में थी।
ओमकार की मां उसके हाथ-पैर बांधकर मुंह में कपड़ा ठूस रही थी। इसके बाद उसे एक साथ कई नींद की गोलियां खिला दीं। कुछ देर बाद वह बेहोश हो गई। जब होश आया तो दिल्ली में थी। यहां उसने सुना कि ओमकार व ठकुरी किसी को उसे बेचने की बात कह रहे थे। इस मामले में युवती के लापता होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने गुमशुदगी कायम की थी। बाद में युवती व अपहरणकर्ताओं की लोकेशन मथुरा के पास मिली थी। पुलिस की टीम मथुरा पहुंची तो पता लगा कि वह पुलिस के पहुंचने से चंद घंटे पहले ही दिल्ली के लिए निकले हैं। दिल्ली में फिर उनकी लोकेशन मिली। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर युवती को मुक्त करा लिया। पुलिस ने बयान के बाद आरोपित ओमकार, ठकुरी व ओमकार की मां के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बेहोशी की हालात में युवती के साथ कुछ गलत तो नहीं हुआ, इसका भी पता लगाया जा रहा है।