ग्वालियर। शुक्रवार सुबह से मौसम का मिजाज बदल गया। गुरूवार की रात में सर्द हवाएं चलीं। इससे तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में कोहरा छाए रहने की आशंका व्यक्त की है। जानकारी के अनुसार अल सुबह जब लोग नींद से जागे तो कोहरा दिखाई दिया।
इससे सर्दी का अहसास हुआ। सुबह आठ बजे के बाद धूप तेज होती गई। इसके बाद मौसम का मिजाज बदल गया। रात में सर्द हवाएं चलीं, इससे अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 29.9 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 15.4 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि तापमान में लगातार गिरावट आएगी। इससे न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से नीचे पहुंच जाएगा। बीते रोज शाम से ही तेज हवाओं ने अपना अहसास कराया दिया। लोगों ने पंखे चलाना बंद कर दिए। वहीं हल्के कंबल और चादरें भी उपयोग में लाईं गई। इधर बच्चों को सुबह के समय उनके परिजनों ने गर्म पकड़े पहनाए, ताकि सर्दी के प्रभाव से वे बचे रहें।
मौसम विभाग की माने तो सर्दी ने अब शहर में दस्तक दे दी है। आने वाले दिनों में शहर में दिन-रात कोहरा बढ़ेगा। इसके प्रभाव से सर्दी बढ़ेगी। इसका कारण हिमाचल में बर्फबारी बताया जा रहा है। इस कारण तेज हवाएं चलने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
रेल संचालन पर होगा असर
रेल संचालन पर कोहरे का असर दिखने लगा है। उत्तर मध्य रेलवे ने कोहरे की संभावना के चलते 16 दिसंबर से लगभग 18 ट्रेनों को निरस्त किया है। 23 नियमित यात्री ट्रेनों के फेरों में कटौती की गई है। दो का आंशिक निरस्तीकरण किया गया है। ग्वालियर-आगरा से होकर जाने वाली पांच ट्रेनें भी निरस्त रहेंगी। कोहरे के समय निरस्त होने वाली गाडिय़ों की संख्या और बढ़ सकती है।
बाहरी क्षेत्र में रहा ज्यादा असर
धुंध और बादलों के कारण जहां शहर का जनजीवन तो प्रभावित हुआ ही साथ ही बाहरी क्षेत्रों में यह असर काफी अधिक था। देर रात से ही धुंध छाने लगी थी, जिसके चलते वाहन रेंग-रेंगकर आगे बढ़े। कई स्थानों पर तो ट्रक व बस चालकों ने किनारे खड़ा कर दिया। वहीं सुबह भी लोगों को वाहनों की लाइटें ऑन करनी पड़ी। इसके बावजूद भी इनकी गति ज्यादा नहीं थी। शहर के ही रेसकोर्स रोड, झांसी रोड, भिंड रोड और एबी रोड पर धुंध का असर इतना ज्यादा था कि कुछ ही दूर का सीन भी दिखाई नहीं दे रहा था। भले ही सर्दी का अहसास अधिक नहीं था, लेकिन हालात डराने वाले थे ऐसे में पार्कों, सडक़ों व अन्य स्थानों पर मॉर्निंग वॉक के लिए जाने वालों की संख्या काफी कम दिखाई दी।