इंदौर। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (Devi Ahilya University) की नई ग्रेड के लिए नैक (NAAC) का तीन दिनी दौरा शनिवार को पूरा हुआ था। मंगलवार को नैक ने यूनिवर्सिटी को फिर से A+ ग्रेड दी है। यूनिवर्सिटी का स्कोर 3.3 सीजीपीए रहा है। घोषणा के बाद डीएवीवी में जश्न मनने लगा है। अफसरों और कर्मचारियों में खुशी का माहौल है।
पिछले दिनों नैक की यूनिवर्सिटी में निरीक्षण के लिए आई थी। पीयर टीम ने यूनिवर्सिटी को तमाम बिंदुओं पर परखने के बाद विस्तृत रिपोर्ट तैयार की। कुलपति के साथ हुई एक्जिट मीटिंग में टीम ने यूनिवर्सिटी की तारीफ के साथ कुछ सुझाव भी दिए। संबद्ध कॉलेजों का सिलैबस भी यूनिवर्सिटी के विभागों के समान करने के साथ-साथ विदेशी छात्रों को एडमिशन के लिए लुभाने की बात शामिल रही। नैक की पीयर टीम में दिल्ली के रमेश के. गोयल, यूपी की अलका अग्रवाल, बिहार के उमेश कुमार सिंह, वेस्ट बंगाल के मधु मंगल पाल, केरला के श्रीजीत पीएस, तेलांगना के वेंकयाउन्नम, चंडीगढ़ के पम्मा मुखर्जी और उड़ीसा के बसंत कुमार मलिक थे।
इन सदस्यों ने अलग-अलग विभागों के साथ होस्टल, ऑडिटोरियम, गेस्ट हाउस, हैल्थ सेंटर आदि का भी दौरा किया। अंतिम दिन शनिवार को दोपहर करीब तीन बजे ईएमआरसी में बैठक हुई। बैठक में सदस्य रिपोर्ट लेकर पहुंचे थे। कुलपति प्रो. रेणु जैन और आइक्यूएसी प्रभारी डॉ.अशोक शर्मा के साथ एक-एक बिंदु पर विस्तार से चर्चा हुई।
NAAC ने दिए थे सुझाव
प्रमुख सुझावों में कॉलेज और विभागों का सिलैबस समान करने और विदेशी छात्रों को एडमिशन बढ़ाने पर जोर देना रहा। ईएमआरसी, विभागों में चल रहे प्रोजेक्ट (सैप), स्कूल ऑफ योग, फिजिकल एजुकेशन की तारीफ की। मानविकी और सामाजिक विज्ञान में पब्लिकेशन की कमी है। इनकी संख्या बढऩा चाहिए। स्तरीय रिसर्च पर और ध्यान देने की जरूरत है। फैकल्टी भी ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट करें। विद्यार्थियों के लिए ई-बुक्स की ऑनलाइन एक्सेस होना चाहिए। आइडी, पासवर्ड मुहैया कराएं। दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए भवनों में रैंप की सुविधा हो। परीक्षा विभाग को और सतर्कता और संतुलन बनाने की जरूरत। लैबोरेटरी में एनएमआर (न्यूक्लीयर मैग्नेटिक रिजोनेंस) मशीनें जरूरी।