नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद द्वारा विवादित स्थल पर रामलाल के साथ दीपावली मनाने का ऐलान किए जाने के बाद स्थिति असामान्य हो गई है। अयोध्या जिले में धारा 144 लगा दी गई है। रिजर्व पुलिस बल तैनात किया जा रहा है। दूसरे पक्ष का कहना है कि यदि विवादित स्थल पर कोई धार्मिक आयोजन किया तो वो भी ऐसा ही आयोजन करेंगे। प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि दीपावली के अवसर पर अयोध्या के बाहर से आने वाले श्रद्धालु धारा 144 से मुक्त रहेंगे।
बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने कहा है कि यदि विश्व हिदू परिषद (विहिप) को अधिगृहीत परिसर में दीपोत्सव मनाने की अनुमति दी गई तो मुस्लिम पक्ष भी वहां नमाज पढ़ने पर विचार करेगा। नमाज के लिए परिसर के रिसीवर मंडलायुक्त से इजाजत की मांग करेगा। महबूब टेढ़ी बाजार स्थित अपने आवास पर मीडिया से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मंदिर-मस्जिद का विवाद अदालत में विचाराधीन है। ऐसे में विवादित स्थल पर दीपोत्सव मनाने की मांग पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना हरकत है। इससे पहले मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई को लेकर हाजी महबूब की अध्यक्षता में मुस्लिमों की बैठक हुई, जिसमें करीब छह दर्जन लोग शामिल हुए। बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दूसरा पक्ष माने या न माने पर मुस्लिम इसे पूरी तरह से स्वीकार करेगा और उसका सम्मान करेगा।
इस दौरान महबूब ने मौजूदा हालात पर चर्चा करते हुए कहा कि आप लोग परेशान न हों, प्रशासन पर भरोसा रखें। प्रशासन पूरी तरह से सजग और सख्त है। ऐसे में किसी तरह की गड़बड़ी की कोई आशंका नहीं है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शनिवार को मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने जो एलान किया, हम उसके साथ हैं। उन्होंने अयोध्या विवाद पर राय देने वाले मुस्लिम बुद्धिजीवियों पर कटाक्ष किया और कहा, इतने लंबे समय से चले आ रहे विवाद में ऐसे बुद्धिजीवी अब कहां से आ गए, समझ से परे है और उनकी राय का कोई मतलब नहीं है।