सीहोर। आष्टा के पास मुबारकपुर गांव में दो लोगोें को एक ही आधार नंबर आवंटित कर दिया गया। ज्ञानसिंह ठाकुर ने बताया कि उनका आधार नंबर 8770-1802-0033 है। सन् 2013 में कार्ड बना था। 2 साल पहले सभी शासकीय योजनाओं में आधार नंबर अनिवार्य किया गया।
ज्ञानसिंह किसी भी योजना के लिए जब अपना आधार नंबर दर्ज करवाते तो उनकी जगह गांव के ही महेश चंद्र की प्रोफाइल खुल जाती। जब उन्होंने महेश चंद्र से मिलकर उनका आधार कार्ड देखा तो चौंक गए। क्योंकि उनका भी आधार नंबर 8770-1802-0033 ही था।
ज्ञानसिंह का कहना है कि छह साल से अपना आधार कार्ड सुधरवाने के लिए वे परेशान हो रहे हैं लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही। ज्ञान सिंह कलेक्टर को आवेदन भी दे चुके हैं। जब पत्रकारों ने अजय गुप्ता, कलेक्टर से बात की तो वो बोले, संभव तो नहीं है, लेकिन यदि फिर भी ऐसा कोई मामला है तो वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करके इसका निराकरण करवाएंगे।
ज्ञानसिंह किसी भी योजना के लिए जब अपना आधार नंबर दर्ज करवाते तो उनकी जगह गांव के ही महेश चंद्र की प्रोफाइल खुल जाती। जब उन्होंने महेश चंद्र से मिलकर उनका आधार कार्ड देखा तो चौंक गए। क्योंकि उनका भी आधार नंबर 8770-1802-0033 ही था।
ज्ञानसिंह का कहना है कि छह साल से अपना आधार कार्ड सुधरवाने के लिए वे परेशान हो रहे हैं लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही। ज्ञान सिंह कलेक्टर को आवेदन भी दे चुके हैं। जब पत्रकारों ने अजय गुप्ता, कलेक्टर से बात की तो वो बोले, संभव तो नहीं है, लेकिन यदि फिर भी ऐसा कोई मामला है तो वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करके इसका निराकरण करवाएंगे।