इंदौर। हनी ट्रैप कनेक्शन के कारण सुर्खियों में चल रहे होटल इन्फिनिटी के बारे में नया खुलासा हुआ है। होटल इन्फिनिटी को हनी ट्रैप मामले में खुद को पीड़ित बताने वाले इंजीनियर हरभजन सिंह ने एक खास किस्म का नल कनेक्शन दिया था जो गैरकानूनी थ। कमिश्नर आशीष सिंह को इसकी जानकारी थी परंतु किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले की शिकायतें पार्षद संजय कटारिया ने कीं थीं।
हनीट्रैप मामले से चर्चा में आए होटल इन्फिनिटी के जल संयोजन को लेकर वार्ड 37 के पार्षद संजय कटारिया ने चौंकाने वाली जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इसी साल गर्मी के पहले उनके विरोध के बावजूद निगम के अधीक्षण यंत्री हरभजन सिंह ने होटल को तीन इंच का बल्क कनेक्शन दे दिया था। जब सिंह ने उनकी बात नहीं सुनी तो उन्होंने निगमायुक्त आशीष सिंह को भी इस बारे में चिट्ठी लिखकर संयोजन काटने का आग्रह किया था लेकिन नर्मदा परियोजना के अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। कटारिया के अनुसार तीन या चार इंच के संयोजन सामान्यत: तो दिए नहीं जाते या फिर बहुत कम संख्या में दिए जाते हैं।
होटल इन्फिनिटी को पानी देने से आम नागरिकों की सप्लाई बाधित हुई थी
मुझे नर्मदा परियोजना द्वारा होटल इन्फिनिटी को तीन इंच का संयोजन देने की जानकारी मिली तो मैंने तत्कालीन अधीक्षण यंत्री हरभजन सिंह को कई बार ऐसा करने से मना किया। जवाब में वे कुछ कहते नहीं थे और बाद में संयोजन दे दिया गया। तीन इंच के संयोजन के कारण गर्मी में वार्ड 37 स्थित स्कीम-94 सेक्टर ए, बी और सी के अलावा चिकित्सक नगर क्षेत्र की जलप्रदाय व्यवस्था गड़बड़ा गई।
अब हर अधिकारी किनारा कर रहा है
पार्षद ने बताया कि पहले इन क्षेत्रों में स्कीम-54 की टंकी से जलप्रदाय होता था लेकिन होटल को ज्यादा बड़ा नल संयोजन देने के बाद उन्हें साईंकृपा टंकी से संयोजन करवाना पड़ा। तब कहीं स्थिति सुधरी। पार्षद का कहना है कि आयुक्त ने तो उनका पत्र नर्मदा परियोजना को मार्क कर भेज दिया होगा लेकिन इस मामले में नर्मदा परियोजना के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस संबंध में नर्मदा परियोजना के अधीक्षण यंत्री संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि सामान्यत: बल्क संयोजन की स्वीकृति अपर आयुक्त स्तर से होती है। होटल इन्फिनिटी के मामले में मुझे जानकारी नहीं है। जानकारी मिलने के बाद ही कुछ बता सकूंगा।