भोपाल। लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर ने दावा किया कि उसने शिवपुरी जिले की कोलारस तहसील में एक छापामार कार्रवाई करते हुए जनपद पंचायत के सहायक यंत्री हरनारायण पांडेलिया को 8000 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। सहायक यंत्री हरनारायण के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है।
लोकायुक्त पुलिस के टीआई कविंद्र सिंह चौहान ने बताया कि ग्राम पंचायत चंदैनी की सरपंच नीलम शिवहरे के पति दीपक शिवहरे से ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के सहायक यंत्री हरनारायण पांडेलिया द्वारा ग्राम पंचायत में कराए गए निर्माण कार्य का सीसी कंप्लीट होने का प्रमाण पत्र जारी करने के एवज में 8 हजार रूपये की मांग की गई थी।
सरपंच पति दीपक ने इसकी शिकायत लोकायुक्त ग्वालियर में की थी। इसके बाद टीम ने कार्रवाई करते हुए सोमवार शहर के हाथी खाना बस्ती में रहनेवाले सहायक यंत्री पांडेलिया को उनके घर में उस समय रंगे हाथों पकड़ा, जब दीपक उनको मांगी गई रिश्वत दे रहा था।
क्या सरपंच पति शिकायतकर्ता हो सकता है
इस मामले में लोकायुक्त पुलिस से एक बड़ी चूक हो गई लगती है। आरोपी अधिकारी के पक्ष समर्थन में कहा जा रहा है कि क्या सरपंच का पति ऐसे मामलों में शिकायतकर्ता हो सकता है। यह मामला ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत के प्रशासनिक अधिकारी के बीच में है। इस मामले में सरपंच शिकायतकर्ता हो सकते हैं परंतु क्या सरपंच की तरफ से उनका पति या कोई प्रतिनिधि शिकायतकर्ता हो सकता है। बता दें कि सरपंच पति का कोई वैधानिक अस्तित्व नहीं होता। एक प्रकार से यह महिला जनप्रतिनिधियों प्रताड़ना का मामला है। पति महिला सरपंच के अधिकारों का हनन कर रहा है।