डेस्क। जर्मनी के शहर लिम्बर्ग में एक सिरफिरे ने चोरी के ट्रक से कई कारों को टक्कर मारी और कुछ को रौंद दिया। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि इस हादसे में कई लोग घायल हुए हैं। हमलावर को हिरासत में ले लिया गया है। हालांकि, पुलिस ने कहा कि घटना के कारण के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबादी होगा। हादसे की शुरुआत सोमवार करीब 5:20 बजे हुई थी। पुलिस ने कहा कि हमारे पास इस बारे में अभी बताने के लिए पर्याप्त जानकारी नहीं है। बताया जा रहा है कि लिम्बर्ग में एक ट्रैफिक लाइट के हरे होने का इंतजार कर रही लगभग नौ कारों में सफेद रंग की बड़ी सी लॉरी ने जबरदस्त टक्कर मारी। पुलिस ने कहा कि चोरी के वाहन के चालक सहित नौ लोग हादसे में घायल हुए हैं।
हादसे की जानकारी मिलते ही बड़ी तादात में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था। जर्मनी की आर्थिक राजधानी फ्रैंकफर्ट से लगभग एक घंटे की दूरी पर स्थित इस शहर के ऊपर हेलिकॉप्टर से भी पुलिस अधिकारी नजर रख रहे थे। पुलिस द्वारा घटनास्थल को अपने घेरे में ले लिया है। क्षतिग्रस्त कारों को एक-एक करके मौके से हटाया जा रहा है।
ट्रक के असली मालिक का नाम जाहिर नहीं किया गया है। उसने बताया कि एक व्यक्ति ने उसे ट्रक से खींचकर बाहर फेंक दिया और इसके बाद ट्रक चुराकर भागने लगा। वह करीब 30 साल का रहा होगा। उसके काले छोटे बाल थे और दाढ़ी रखे हुए था। उसने लॉरी में ड्राइवर की तरफ का दरवाजा खोलकर पहले मुझे घूरा। जब मैंने उनसे पूछा कि आप मुझसे क्या चाहते हैं? मगर, उसने एक शब्द भी नहीं कहा और फिर खींचकर ट्रक से बाहर फेंक दिया।
इसके बाद ट्रक करीब 100 मीटर की दूरी पर खड़ी कारों में जा घुसा। हादसे के बाद छह लेन वाली सड़क पर यातायात रुक गया। जब ट्रक चला रहा युवक हादसे के बाद नीचे उतरा, तो राहगीरों ने उसे प्राथमिक उपचार दिया। राहगीरों ने कहा कि ड्राइवर ने कई बार 'अल्लाह' कहा और वह अरबी भाषा बोल रहा था। हालांकि, पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। हादसे की जगह के पास की एक कार्यालय में काम करने वाली बेटिना ने बताया कि उन्होंने एक जोरदार धमाके की आवाज सुनी और वह अपने सहयोगियों के साथ सड़क पर भागीं।
उन्होंने बताया कि वहां पहुंचने पर उन्होंने उस शख्स को एक पेड़ के नीचे बैठा हुए पाया। उसकी नाक से खून बह रहा था, उसके हाथ खून से सने थे और उसकी पैंट फट गई थी। उसने कहा कि उसके पूरे शरीर में चोट लगी है। मैंने उससे उसका नाम पूछा, तो उसने बताया कि मेरा नाम मोहम्मद है। अधिकारियों ने सोशल मीडिया के उपयोगकर्ताओं से आग्रह किया कि वे इसकी वजह से कोई नतीजा न निकालें।
राज्य पुलिस बल के प्रवक्ता ने कहा कि अभी हम कोई भी संभावना खारिज नहीं कर रहे हैं। मगर, हम आपसे कह रहे हैं कि आप किसी तरह की अटकलबाजी में शामिल न हों। इस्लामिक स्टेट समूह द्वारा हाल के वर्षों में कई जिहादी हमलों की जिम्मेदारी लेने के बाद जर्मनी अलर्ट पर है। सबसे घातक हमला साल 2016 में हुए था, जब 23 वर्षीय ट्यूनीशियाई नागरिक अनीस अमरी ने एक ट्रक चुराकर बर्लिन क्रिसमस बाजार में घुसा दिया था।
उस हमले में 12 लोगों की मौत हो गई थी। जर्मनी के डोमेस्टिक सिक्योरिटी वॉचडॉग ने अप्रैल में चेतावनी दी थी कि सीरिया और उत्तरी इराक से आईएस लड़ाकों के लौटने की वजह से हमलों का खतरा बढ़ रहा है। इसके निदेशक थॉमस हैल्डवांग ने कहा कि आतंकवादी हमले कर सकने वाले करीब 2,240 इस्लामवादी जर्मनी में रह रहे थे।