भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों हर मामले को टालने का काम चल रहा है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 6 लाख बच्चों को आज दिनांक तक स्कूल यूनिफार्म के 600 रुपए नहीं दिए गए हैं। तफ्तीश की गई तो पता चला कि सरकारी बाबुओं की खामी के कारण यह गड़बड़ हुई है। बावजूद इसके अब तक किसी भी सरकारी कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा प्रदेशभर के प्राथमिक व माध्यमिक कक्षा के सभी बच्चों को यूनिफार्म दी जाती है। विभाग को 64 लाख बच्चों को दो यूनिफार्म के लिए 600 रुपए देने हैं। विभाग यूनिफार्म पर लगभग 3 करोड़ 84 लाख रुपए खर्च करेगा। हर साल 70 लाख बच्चों के हिसाब से यूनिफार्म की राशि दी जाती थी।
विभाग ने स्कूलों से जल्द सभी बच्चों की मैपिंग कर सूची मांगी है, ताकि सभी को राशि दी जा सके। इस बार 1 अप्रैल से सत्र आरंभ हुआ है, लेकिन 8 माह बाद भी बच्चे नई यूनिफार्म में स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। उधर राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारियों का मानना है स्कूल शिक्षा मंत्री ने यह फैसला पिछले साल सिली हुई यूनिफार्म में देरी के कारण लिया था। बच्चों को साइज के अनुरूप यूनिफार्म उपलब्ध नहीं कराई गई थी, जिससे बाद में दिक्कत हुई थी।
प्रत्येक बच्चे को 600 रुपए दिए जाएंगे
2010 तक विद्यार्थियों को सिली हुई यूनिफार्म दी जाती थी। इसमें गड़बड़ी होने के कारण बच्चों को दो यूनिफार्म की जगह 400 रुपए चेक के माध्यम से देने का फैसला लिया गया। इस व्यवस्था में शिकायत मिली कि अभिभावक राशि को अन्य कामों में खर्च कर देते थे, जिससे बच्चे पुरानी यूनिफार्म में ही स्कूल जाते थे। इसके बाद 2018 में फिर तय हुआ कि सिली हुई यूनिफार्म दी जाएगी। अब फिर इस साल से यूनिफार्म के लिए 600 रुपए अभिभावकों को ऑनलाइन पेमेंट किए जा रहे हैं।
डॉ. प्रभुराम चौधरी, स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा
अभी तक पोर्टल पर दर्ज बच्चों के हिसाब से अभिभावकों के खाते में यूनिफार्म की राशि भेज दी गई है। जो बच्चे बच्चे हैं उनके लिए भी राशि जल्द भेज दी जाएगी।